Home Remedies For ESR Test in Hindi

ईएसआर टेस्ट क्या है? (ESR Test In Hindi) – आपने कभी ना कभी 55 टेस्ट का नाम जरुर सुना होगा, ईएसआर टेस्ट के द्वारा शरीर में मौजूद लाल रक्त कोशिकाओं (Red Blood Cells In Hindi) की जांच करने के साथ साथ रक्त कोशिकाओं में किसी प्रकार की खराबी के बारे में जानकारी प्राप्त की जा सकती है. कुछ लोगो को यह नहीं पता होआ है की ESR Test कया होता है? (ESR Test Kya Hai?) तो हम आपको बता दें की ESR टेस्ट एक तरह का ब्लड टेस्ट है। ब्लड टेस्ट कई प्रकार के होते है आमतौर पर ब्लड टेस्ट बीमारियो के बारे में पता लगाने के लिए किया जाता है,ESR टेस्ट के माध्यम से शरीर के किसी भी हिस्से में हुए सूजन (Swelling In Hindi) या संक्रमण (Infection In Hindi) की जानकारी प्राप्त की जा सकती है।

अक्सर जिन इंसानो को 5 टेस्ट के बारे में जानकारी नहीं होती है वो इंटरनेट पर ESR सर्च कर सकते है? ESR test Kya Hai?, ESR test Kyun Kiya jata hai?, ESR In Hindi.

ईएसआर बढ़ने के कारण क्या है, ईएसआर बढ़ने के लक्षण और ईएसओआर टेस्ट क्यों कराया जाता है? इत्यादि लिखकर सर्च करता है चलिए अब हम आपको ईएसआर ब्लड टेस्टक्या होता है? (What Is ESR Test In Hindi?) के बारे में जानकारी उपलब्ध करा रहे है |

Table of Contents

ईएसआर ब्लड टेस्ट क्या होता है? (What Is ESR Blood Test In Hindi?)

टेस्ट को एरिप्रोसाइट सेडीमेटेंशन रेट (Erethrocyte Sedimentation rate) टेस्ट या वेस्टरग्रेन टेस्ट (Esr Westergren method in hindi )के नाम से भी जाना जाता है ESR के जरिए इंसान के शरीर में मौजूद रेड ब्लड सेल्स के Sediment rate के बारे में जानकारी प्राप्त की जाती है| इस टेस्ट के माध्यम से शरीर में हो रही सूजन या संक्रमण के बारे में पता लगाया जाता है, आयुर्वेद की माने तो ठात और पित्त दोष के असंतुलित या बढ़ने पर ईएसआर का लेवल हाई (ESR test in hindi) हो जाता है।

ESR Test क्यों किया जाता है? (ESR Test Kyu Kiya Jata Hai)

काफी सारे इंसानो के मन में यह सवाल रहता है की आखिर ईएसआर क्यों किया जाता है? (ESR Test Kya Hota hai) या 52 टेस्ट क्यों कराना चाहिए? (ESR Test Kyun kiya Jata), यह तो आप अच्छी तरह से जाने ही है की ब्लड टेस्ट बीमारियो के बारे में जानकारी करने के लिए कराया जाता है ESR टेस्ट भी एक तरह का ब्लड टेस्ट (ESR Test In Hindi) ही होता है और इस टेस्ट के माध्यम से शरीर में फैल रहे संक्रमण और सूजन की वर के बारे में जानकारी प्राप्त होती है|

ESR टेस्ट कैसे होता है?

ESR टेस्ट में सबसे पहले आपको अपना ब्लड सेम्पल देना होता है, उसके बाद एक टेस्ट ट्यूब ली जाती है, जिससे आपके ब्लड की सेंडिमेंटेशन रेट (ESR Test In Hindi) के बारे में जानकारी मिलती है। आपके द्वारा लिया गया ब्लड उस टेस्ट ट्यूब पर डाल कर एक घंटे के लिए छोड़ दिया जाता है, फिर एक घंटे बाद चेक किया जाता है की आपके ब्लड की कोशिकाएं कितनी जम गई और कितनी नहीं जमी है। अगर ब्लड जल्दी जम जाता है तो इसका अर्थ है की आपके शरीर में ESR का लेवल या संक्रमण बड़ा हुआ है और अगर ब्लड देर से जमता है तो इसका मतलब है की शरीर में संक्रमण कम (ESR Test Kya Hota Hai) है|

ESR Full Form In Hindi Or English

ऊपर आपने पढ़ा की ESR टेस्ट क्या होता है? अब हम आपको ESR टेस्ट की फुल फॉर्म इन हिंदी और इंग्लिश के बारे में जानकारी उपलब्ध करा रहे है| ESR Test की फुल फॉर्म इन इंग्लिश और हिंदी में नीचे उपलब्ध करा रहे है |

ESR Full Form In English – ERYTHROCYTES SEDIMENTATION RATE
ESR Full Form In Hindi – एरिय्रोसाइट्स अवसादन दर

ईएसआर के बढ़ने के कारण | ESR Kyu Badhta Hai

ऊपर आपने जाना की ESR क्या होता है? (ESR test kya hota) चलिए अब हम आपको बताते है की शरीर में ESR बढ़ने के कारण कौन कौन से है? काफी सारे इंसानो के मन में यह सवाल रहता है की आखिए शरीर में ESR का लेवल क्यों बढ़ जाता है? (ESR Kyun badhta hai), शरीर में ESR लेवल बढ़ने के कारण बहुत सारे होते है जिनके बारे में हम आपको नीचे बता रहे है|

  • दरसल प्रेगनेंसी की अवस्था में महिला के शरीर में बहुत सारे बदलाव देखने को मिलते है, जिसकी वजह से प्रेग्नेंट महिला के शरीर में ESR लेवल बढ़ सकता है |
  • आमतौर पर बुढ़ापे में इंसान के अंदर कमजोरी आने के साथ साथ कई तरह की परेशानियां देखने को मिलती है |
  • जब किसी भी महिला या पुरुष के शरीर में खून की कमी हो जाती है या इंसान को एनीमिया रोग हो जाता है तो इस स्थिति में भी ESR लेवल बढ़ सकता है |
  • शरीर में ESR लेवल बढ़ने के कारण में शामिल है लिंफोमा की परेशानी|
  • जब किसी भी इंसान के शरीर में गठिया की समस्या हो जाती है तो ऐसी स्थिति में भी ESR का लेवल बढ़ सकता है|शरीर में ESR बढ़ने का कारण शरीर की माशपेसियां और जोड़ों में दर्द की परेशानी भी होती है।
  • जब कोई इंसान रूमेटिक बुखार से पीड़ित होता है तो इस बुखार की वजह से भी कई बार ईएसआर बढ़ने की समस्या देखने को मिलती है |
  • आज के समय में थाइराइड की समस्या से पीड़ित इंसानो की संख्या काफी ज्यादा हो गई है, ईएसआर बढ़ने का कारण थायरॉइड (Thyroid) की समस्या भी होती है|
  • जब कोई भी इंसान वायरल संक्रमण (Viral Infection In Hindi) की परेशानी से ग्रसित होता है तो ऐसे इंसान के शरीर में ESR लेवल बढ़ जाता है |
  • ESR लेवल बढ़ने का कारण हड्डियों मं संक्रमण (Bone Infection in hindi) भी होता है |
  • ESR बढ़ने का जज पर संक्रमण (Skin infection) भी होता है, जब किसी भी इंसान के चेहरे पर किसी भी तरह का संक्रमण हो जाता है तो इस संक्रमण की वजह से शरीर में ईएसआर का लेवल बढ़ जाता है |

ईएसआर बढ़ने से क्या होता है | ईएसआर बढ़ने से कौन कौन से रोग हो सकते है ?

यह तो आप समझ ही गए होंगे की ईएसआर कया होता है? ब्लड के शरीर में ESR लेवल बढ़ जाता है तो इंसान को कई तरह की बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है|

  • जब किसी भी इंसान के शरीर में ESR लेवल बढ़ जाता है तो ऐसे इंसान को एनिमिया (Anemia) की परेशानी हो सकती है|
  • ESR लेवल बढ़ने पर इंसान को हाई कोलेस्ट्राल (High Chlestrol) की समस्या हो सकती है
  • अगर आपने ESR टेस्ट करवाया है और उसमे ESR लेवल बड़ा हुआ आया है तो यह किडनी की बीमारी (Kidney disease) का संकेत भी हो सकता है|
  • शरीर में ESR लेवल बढ़ने पर इंसान को थॉयराइड की बीमारी (Thyroid disease) भी हो सकती है|

ईएसआर लो होने पर कौन कौन से रोग होते है ?

‘ऊपर आपने पड़ा की जब इंसान के शरीर में ESR लेवल बढ़ने पर कौन कौन से रोग होते है? अब हम आपको बताते है की जब शरीर में ESR का लेवल लो हो जाता है तो इंसान को कौन कौन सी परेशानियाँ या बीमारियो का सामना करना पड़ सकता है| ESR लेवल कम होने पर इंसान को निम्न रोगो (ESR Test kya hota hai) का सामना करना पड़ सकता है |

  • ईएसआर लेवल लो होने पर इंसान को कनजेस्टिव हार्ट फ्लोयर (Congestive heart failure) की परेशानी हो सकती है|
  • जब किसी भी इंसान के शरीर में ESR लेवल कम हो जाता है तो इंसान को क्रोनिक फैटिग्यू सिन्दरोम (Chronic fatigue Syndrome) की परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
  • शरीर में ESR लेवल कम होने की वजह से लॉ प्लाज्मा प्रोटीन (Low Plasma Protein) की बीमारी भी हो सकती है
  • ESR लेवल कम होने पर सिक्कल सेल एनिमिया (Sickle Cell Anemia) की समस्या भी हो सकती है।

ईएसआर बढ़ने के लक्षण (High ESR Symptoms in Hindi)

‘ऊपर आपने ह57 क्या होता है? और हा बढ़ने के कारण इत्यादि के बारे में पड़ा, आमतौर पर ईएसआर बढ़ने की समस्या ज्यादा देखने को मिलती है, चलिए अब हम आपको ईएसआर बढ़ने के लक्षण (Symptoms Of High ESR In Hindi) के बारे में जानकारी उपलब्ध करा रहे है |

  • ESR बढ़ने के लक्षण (Symptoms of High ESR In Hindi) में शामिल है जोड़ों मे दर्द (Joint Pain) या जकड़न (Stiffness) की परेशानी होना |
  • अगर रा सिर में दर्द (head ache) के साथ-साथ कंधों में दर्द (Pain in Shoulder) की परेशानी हो रही है तो इसके पीछे का कारण ईएसआर बढ़ना (Symptoms Of High ESR In Hindi) भी हो सकता है |
  • डायरिया (Diarrhea) की परेशानी होने का कारण बड़ा हुआ ESR भी होता है, हालाँकि डायरिया होने के अन्य कारण (Symptoms Of High ESR in Hindi) भी होते है।
  • ESR बढ़ने के लक्षण (Symptoms of high ESR in Hindi) बुखार (Fever) भी होता है |
  • अगर किसी भी इंसान के मल में खून (Blood comes in your stool) आने की समस्या हो रही है तो इसके पीछे की वजह ESR का लेवल बढ़ना भी हो सकता है।
  • ईएसआर बढ़ने के लक्षण (Symptoms of high ESR in Hindi) में शामिल है अचानक से पेट में दर्द की परेशानी होना
  • जब किसी भी इंसान के शरीर में किसी प्रकार का संक्रमण (Infection) और सूजन (swelling) बढ़ने लगता है तो इसके पीछे की वजह ESR बढ़ना भी हो सकता है।
  • हड्डियों मं संक्रमण (bone infection) होने पर शरीर में ESR का लेवल बढ़ना (Symptoms of high ESR in Hindi) भी होता है।
  • अगर आपके शरीर में जकड़न (bone Stiffness) की समस्या हो रही है तो इसका कारण ESR लेवल बढ़ना (Symptoms of high ESR in Hindi) भी हो सकता है|
  • ESR बढ़ने के लक्षणों (Symptoms of high ESR in Hindi)) में शामिल है किडनी की बिमारी (Kidney Disease) होना|

ईएसआर कितना होना चाहिए (ESR Kitna Hona Chahiye)

जब कोई भी इंसान ESR Test करवाता है तो उसके मन में अक्सर यह सवाल रहता है की ईएसआर कितना होना चाहिए (ESR kitna hona chahiye) या ईएसआर की नार्मल रेंज कितनी होती है? तो हम आपको बता दें ESR Test से आपको ब्लड में ESR के लेवल की जानकारी प्राप्त होती है| बच्चो, पुरुष और महिलाओ के शरीर में ESR की मात्रा अलग अलग होती है, चलिए अब हम आपको ESR का लेवल कितना होना चाहिए इसके बारे में जानकारी उपलब्ध करा रहे है |

बच्चो में ईएसआर कितना होना चाहिए (ESR Range In Child)

ESR test बच्चो से लेकर बड़ो तक सभी का किया जा सकता है, हालाँकि कुछ इंसान सोचते है की ESR टेस्ट बच्चो का नहीं किया जाता है| जबकि यह बात पूर्ण रूप से गलत है, अधिकतर मामलो मे जन्म के समय पर ESR टेस्ट किया जाता है| चलिए अब हम आपको बताते है की बच्चो में ESR लेवल कितना होना चाहिए |

अगर बच्चे के जन्म के समय ESR टेस्ट किया जाएं तो बच्चे के शरीर में ESR 2 mm/hr होनी चाहिए, फिर बच्चा जैसे जैसे बढ़ता है वैसे वैसे उसके शरीर में ESR का लेवल भी बढ़ता है. अगर आप युवा अवस्था मे प्रवेश करने वाले बच्चे का ईएसआर लेवल 13 mm/hr होनी चाहिए। अगर बच्चो के शरीर में ईएसआर का लेवल (ESR Test In Hindu) कम या ज्यादा होता है तो डॉक्टर उचित दवा देकर ESR लेवल को संतुलित कर लेते है।

पुरुषो में ईएसआर कितना होना चाहिए (ESR Normal Range In Male )

ऊपर आपने बच्चो में ESR लेवल (ESR Test In Hindi) कितना होना चाहिए, इसके बारे में जाना, अब हम पुरुषो के शरीर में ESR लेवल कितना होता है इसके बारे में जानकारी उपलब्ध करा रहे है| पुरुषो की उम्र के अनुसार शरीर में ESR लेबल में अंतर देखने को मिलता है| चलिए अब हम आपको पुरुष में लेक्ल के बारे में बताते है। अगर पुरुष की उम्र 59 वर्ष कम होती है तो ऐसे पुरुष में ESR की मात्रा 15 mm/hr होनी चाहिए। ऐसे पुरुष जिनकी उम्र 50 वर्ष से ज्यादा होती है उनके शरीर में लेवल 20 mm/hr होना चाहिए।

महिलाओ में ईएसआर कितना होना चाहिए (ESR Normal Range In Female)

आमतौर पर महिलाएं अपनी सेहत का ख्याल नहीं रखती है, महिलाओ को समय समय पर ESR टेस्ट (ESR Test In Hindi) करवा लेना चाहिए। महिलाओ के शरीर में ईएसआर की मात्रा या लेवल में उम्र के हिसाब से अंतर देखने को मिलता है, चलिए अब हम आपको महिलाओ में ESR लेवल के बारे में जानकारी उपलब्ध करा रहे है| ऐसी महिला जिनकी उम्र 50 वर्ष या 50 वर्ष से कम होती है तो ऐसे महिलाओ के शरीर ESR का लेवल 20 mm/hr होना चाहिए, 50 वर्ष की उम्र से ज्यादा महिलाओ के शरीर में ESR का लेवल 30 mm/hr होना चाहिए।

ईएसआर की नार्मल रेंज | Normal ESR Kitna Hona Chaiye (Normal Value Of ESR In Male And Female)

अधिकतर इंसानो के मन में यह सवाल होता है की ESR टेस्ट की नार्मल रेंज कितनी होती है? या शरीर में ESR की नार्मल रेंज कया है? चलिए अब हम आपको ESR Test Normal Range के बारे में जानकारी उपलब्ध करा रहे है| हम आपको बता दें की बच्चो, महिलाओ और पुरुषो में ईएसआर की नार्मल रेंज अलग अलग होती है, जिनके बारे में हम आपको नीचे जानकारी उपलब्ध करा रहे है |

बच्चो में नार्मल ईएसआर कितना होना चाहिए (ESR normal range in child )

जब बच्चो का ESR टेस्ट किया जाता है तो इंसान के मन में यह सवाल रहता है की ESR का नार्मल लेवल कितना होता है, आमतौर पर अगर आपने बच्चे का ESR टेस्ट करवाया है और ESR test report में ESR 2mm/hr से लेकर 13 mm/hr तक आता है तो इसे नार्मल रेंज माना जाता है| लेकिन हम आपको सलाह देंगे की बच्चो के ESR टेस्ट रिपोर्ट (ESR Test in hindi) डॉक्टर को दिखाएं, डॉक्टर ही आपको सही और सटीक जानकारी दे सकते है|

पुरुषो में ईएसआर कितना होना चाहिए (ESR Normal Range In Male)

पुरुषो के शरीर में ESR लेवल नार्मल रेंज कितनी होती है? तो हम आपको बता दें की जब कोई भी पुरुष ESR टेस्ट करवाता है और ESR टेस्ट रिपोर्ट में ESR का लेवल 20 mm/hr से 30 mm/hr तक आता है तो इसे पुरुषो में ESR की नार्मल रेंज मानी जाती है| जब किसी भी पुरुष के शरीर में ESR नार्मल रेंज में होता है तो पुरुष को स्वस्थ (ESR Test Kya Hota) कहा जाता है लेकिन हम आपको सलाह देंगे की ESR टेस्ट की रिपोर्ट डॉक्टर को दिखा कर परामर्श लें।

महिलाओ में ईएसआर कितना होना चाहिए (ESR Normal Range in Female )

जब कोई भी महिला ESR टेस्ट करवाती है तो उसके मन में ESR टेस्ट रिजल्ट को लेकर कई सारे सवाल रहते है जैसे महिलाओ में ESR की नार्मल रेंज कितनी होती है? तो हम आपको बता दें की किसी भी महिला की ESR टेस्ट रिपोर्ट में ESR का लेवल 20 mm/hr से 30 mm/hr आता है तो इसे महिला में ESR नार्मल रेंज कहा जाता है|

ईएसआर कम करने के घरेलू उपाय (Home Remedies to Reduce High ESR Level in Blood in Hindi)

जब किसी भी महिला या पुरुष के शरीर में ESR का लेवल बाद जाता है तो अधिकतर इंसान ईएसआर को कम करने के घरेलु उपाए अपनाना ज्यादा पसंद करते है| नीचे बताए जा रहे हाई ईएसआर को कम करने के रामबाण उपाय भी कह सकते है, हम आपको सलाह देंगे की ESR लेवल को कम करने के उपाय (ESR Test Kya Hota Hai) अपनाने से पहले डॉक्टर या वेध से परामर्श जरूर लें|

हाई ईएसआर को कम करने के घरेलू उपाय में शामिल है हल्दी (Home Remedies to Reduce High ESR Level in Blood in Hindi)

जब इंसान के शरीर में ESR लेवल बाद जाता है तो इंसान हाई ईएसआर को कम करने की या उच्च ईएसआर को कम करने के उपाय सर्च करता है| हल्दी के बारे में तो आप अच्छी तरह से जानते ही होंगे, प्राचीन समय से हल्दी को एक महत्वपूर्ण औषधि के रूप में इस्तेमाल किया जाता है| बढ़े हुए ईएसआर को कम करने की रामबाण दवा बनाने के लिए सबसे पहले एक गिलास दूध में एक छोटा चम्मच हल्दी को डालकर अच्छी तरह से मिलकर पीने से जल्द हड्डियों के संक्रमण में आराम मिलने के साथ साथ सूजन को भी आराम मिलता है|

बढ़े हुए ईएसआर को कम करने की घरेलू दवा है मेथी (Fennel : Home Remedies to reduce ESR Level in Hindi)

मेथी में मौजूद औषधीय गुण और तत्व किसी भी तरह के इन्फेक्शन को कम करने के साथ साथ शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में भी मददगार साबित होते है| अगर आप बढ़े हुए की समस्या से पीड़ित है और आप ईएसआर को कम करने के घरेलू उपचार या ईएसआर को कम करने के घरेलू उपाय सर्च कर रहे है तो मेथी आपके लिए लाभकारी साबित हो सकती है| सबसे पहले एक गिलास पानी लेकर उसे उबलने के लि एरख दें, फिर उस पानी में लगभग एक छोटा चम्मच मेथी डालकर पानी को तब तक उबालें जब तक पानी लगभग एक कप ना रह जाएं! बस अब गैस को बंद कर दें, जब पानी ठंडा हो जाएं तो उसे एक कप में छानकर पी लें| नियमित रूप से दिन में एक बार मेथी का पानी पीने से शरीर में आई सूजन में आराम मिलने के साथ साथ संक्रमण भी जल्द कम होता है|

ईएसआर कम करने की रामबाण दवा है नीम (Neem : Home Remedies to Reduce ESR Level In Hindi)


नीम का पेड़ लगभग सभी के घरो के आसपास में देखने में मिल जाता है, नीम बहुत सारी बीमारियो को द्वर करता है| नीम में मौजूद गुण और तत्व ईएसआर के बढ़ने का इलाज करने में सहायक होते है, ESR कम करने की घरेलू दवा (ESR Test In Hindi)) बनाने के लिए सबसे पहले थोड़ी सी नीम की पत्तियां लेकर उन्हें अच्छी तरह से धोकर पीस लें, फिर इस पेस्ट को छान लें| छाने हुए नीम के रस में से लगभगएक चम्मच नीम के पत्तों का रस खाना खाने के बाद पीने से जल्द शरीर में मौजूद संक्रमण कम होने के साथ साथ ब्लड की गंदगी भी समाप्त होती है|

ESR बढ़ने पर कया खाना चाहिए

जब किसी भी इंसान के शरीर में ESR का लेवल बढ़ जाता है तो ESR कम करने की दवा (ESR Test In Hindi) खाने के साथ साथ आपको अपने खान पीन का भी ख्याल रखना बहुत ज्यादा जरुरी है| चलिए अब हम आपको बताते है की ESR लेवल बढ़ने पर किन किन चीजों का सेवन करना चाहिए |

  • ESR बढ़ने की समस्‍या से पीड़ित इंसानो को हरी पत्ते दर सब्जियों का सेवन लाभकारी साबित होता है
  • अगर आपके शरीर में ESR लेवल बढ़ गया है तो आप स्ट्राबेरी, ब्लूबेरी, चेरी और संतरे इत्यादि फलो का सेवन फायदेमंद साबित होता है|
  • ESR लेवल बढ़े हुए इंसान को अपना खाना बनाने में ओलिव ऑयल का इस्तेमाल करना लाभकारी होता है|
  • अगर आपको नॉनवेज खाने में दिक्कत नहीं है तो आप फैटी फिश का सेवन (ESR Test In Hindi) भी कर सकते है|
  • नियमित रूप से एक से दो लीटर पानी जरूर पिएँ, पानी की कमी होने से इंसान को काफी सारी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है|

ESR बढ़ने पर कया नहीं खाना चाहिए

अगर शरीर में ESR लेवल बढ़ने पर आप परहेज नहीं करते है तो आपकी परेशानी कम होने की जगह बढ़ जाएगी | ESR की समस्या से पीड़ित इंसान के मन में अक्सर यह सवाल आता है की ESR बढ़ने पर कया नहीं खाना चाहिए या ESR में किन चीजों से परहेज करना चाहिए? चलिए अब हम आपको बताते है ESR बढ़ने पर किन चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए |

  • अगर आपके शरीर में ESR लेवल बढ़ा हुआ है तो आपको अधिक मीठी चीजों का सेवन करने से बचना चाहिए
  • ESR की समस्या से ग्रसित इंसान को अधिक तला भूना भोजन का का सेवन करने से परहेज करें
  • जंक फूड का सेठन बिलकुल ना करें
  • अगर आप शराब का सेवन करते है तो तुरंत शराब का सेवन बिलकुल बंद कर दें

ESR टेस्ट करवाने में कितने पैसे लगते है| ESR Test Price

जब कोई भी इंसान ESR Test करवाना चाहते है तो उसके मन में पैसो को लेकर भी सवाल रहता है जैसे ESR टेस्ट कितने रूपए का होता है? या ESR टेस्ट करवाने में कितने पैसे लगते है? तो हम आपको ता दें आमतौर पर ESR टेस्ट करवाने में 300 रूपए से लेकर 800 रूपए तक लग सकते है| दरसल ESR test अलग अलग शहर और हॉस्पिटल के हिसाब से ऊपर या नीचे हो सकते है.इसीलिए ESR टेस्ट करवाने से पहले उसकी कीमत जरूर पता कर लें|

निष्कर्ष– ऊपर आपने ईएसआर टेस्ट (ESR Test In Hindi) के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी जैसे ईएसआर टेस्ट क्या है? ईएसआर बढ़ने के लक्षण प्राप्त की,अगर आपको हमारे लेख में दी गई जानकारी पसंद नहीं आई है तो आप गूगल या बिंग पर ईएसआर टेस्ट क्या है? | उच्च ईएसआर को कम करने के घरेलू उपाय (ESR Test Kya hota hai) लिखकर सर्च कर सकते है |

Some Important Question

Question – ईएसआर 20 खतरनाक है? | ईएसआर 20 खतरनाक क्‍यों है?

Answer – आमतौर पर पुरुषो के शरीर में ESR नार्मल Range ।-3 मिमी घंटा और महिलाओं के शरीर में 5 नार्मल रेंज -20 मिमीःघंटा होती है। अगर 5 टेस्ट रिपोर्ट में रिजल्ट ईएसआर 20 या ईएसआर 25 आया है तो सबसे पहले टेस्ट (ESR Test In Hindi) करने वाले इंसान की उम्र व लिंग को देखा जाता है|

Question – ईएसआर 30 खतरनाक है? | ईएसआर 35 खतरनाक है?

Answer – अगर ESR टेस्ट (ESR Test In Hindi) रिपोर्ट में ईएसआर 30 और ईएसआर 35 आता है तो यह आपके लिए चिंता का विषय है। ऐसे इंसान में कैंसर, मधुमेह और कार्डियोवैस्कुलर इत्यादि परेशानी होने की संभावना होती है|

Question – ईएसआर 40 खतरनाक है? | ईएसआर 50 खतरनाक है? | ईएसआर 60 खतरनाक है?

Answer- अगर किसी भी महिला या पुरुष के ESR टेस्ट (ESR Test In Hindi) रिपोर्ट में ईएसआर 40, ईएसआर 50 और ईएसआर 60 आता है तो यह आपके लिए खतरनाक साबित हो सकता है| अगर किसी भी इंसान के शरीर में ESR का लेवल 40 और 60 मिमी/घंटा आता है तो यह अत्यधिक सूजन आने का संकेत हो सकता है| ऐसे इंसानो के शरीर में पहले से ही सूजन की समस्या होती है, ऐसी स्थिति में लापरवाही ना करें डॉक्टर से परामर्श और इलाज कराएं।

Question – ईएसआर 70 खतरनाक है? | ईएसआर 80 खतरनाक है? | ईएसआर 90 खतरनाक है?

Answer – ऐसे इंसान जिनके शरीर में ESR का 70 से ज्यादा होता है, ऐसे इंसान में संक्रमण, हृदय रोग या कैंसर जैसी गंभीर बीमारी होने की संभावना होती है| इस स्थिति में बिलकुल भी लापरवाही नहीं करनी चाहिए तुरंत इलाज और परामर्श करें|

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