‘सीआरपी टेस्ट क्या है? (CRP Test In Hindi) – शरीर में मौजूद ब्लड में अलग अलग प्रकार के तत्व मौजूद होते है, जिनके माध्यम से इंसान के शरीर में होने वाली बीमारियो के बारे में जानकारी प्राप्त की जा सकती है| शरीर की कुछ बीमारियो के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए सीआरपी टेस्ट किया जाता है, काफी सारे इंसानो के मन में यह सवाल रहता है की सीआरपी का अर्थ क्या होता है? (CRP Test In Hindi) तो हम आपको बता दें की सीआरपी ब्लड टेस्ट में सीआरपी का अर्थ सी-रिएक्टिव प्रोटीन होता है। आमतौर पर जब किसी भी इंसान के शरीर में किसी प्रकार की सूजन आ रही हो या संक्रमण बढ़ गया हो तो ऐसी स्थिति में सीआरपी टेस्ट करवाने की सलाह दी जाती है| कोरोना काल के बारे में तो सभी बहुत अच्छी तरह से जानते ही है, कोरोना काल में सीआरपी टेस्ट काफी चर्चा में रहा था क्योंकि कोरोना टेस्ट के लिए आरटी पीसीआर और सीटी स्कैन के अलावा काफी सारे मामलो में पीड़ित का सीआरपी टेस्ट भी कराया जाता था| करा सकते हैं। सी-रिएक्टिव प्रोटीन टेस्ट के जरिए इंसान के शरीर में मौजूद ब्लड में सी-रिएक्टिव प्रोटीन (सीआरपी) के स्तर को मापा जाता है|
दरसल सीआरपी एक तरह का प्रोटीन होता है जिसका निर्माण लिवर या यकृत करता है, हालाँकि काफी सारे इंसानो को सीआरपी टेस्ट के बारे में जानकारी होती है लेकिन आज भी बहुत सारे इंसान ऐसे होते है जिन्हे CRP Test के बारे में जानकारी नहीं होती है| जिन इंसानो को CRP Test के बारे में जानकारी नहीं होती है वो अक्सर इंटरनेट पर सीआरपी टेस्ट क्या होता है? सीआरपी टेस्ट के लक्षण कौन कौन से होते है? HS-CRP टेस्ट क्या है? इत्यादि लिखकर सर्च करते है| अगर आपको CRP Test के बारे में जानकारी नहीं है तो हमारे इस पेज को अंत तक जरूर पड़ें क्योंकि आज हम अपने इस लेख में सीआरपी टेस्ट से सम्बंधित महत्वपूर्ण जानकारी उपलब्ध करा रहे है, चलिए सबसे पहले हम आपको सीआरपी टेस्ट क्या होता है? के बारे में जानकारी उपलब्ध करा रहे है |
सीआरपी टेस्ट क्या होता है? (CRP Test Kya Hai) | CRP Test In Hindi
सी-रिएक्टिव प्रोटीन टेस्ट (CRP Test In Hindi) एक तरह का ब्लड टेस्ट होता है, जिसकी मदद से ब्लड में मौजूद सी-रिएक्टिव प्रोटीन या सीआरपी के स्तर की जाँच की जाती है| इंसान के शरीर में मौजूद ब्लड में बहुत सारे अलग अलग प्रकार के तत्व होते है जिनमे से एक तत्व सी-रिएक्टिव प्रोटीन भी होता है| सीआरपी प्रोटीन को लीवर बनाता है, आमतौर पर हर एक इंसान के शरीर में सी-रिएक्टिव प्रोटीन का स्तर कम ही देखने को मिलता है, लेकिन जब इंसान के शरीर में सूजन की समस्या हो जाती है तो इस स्थिति में शरीर में मौजूद लिवर ब्लड सर्वरयुलेशन या रक्तप्रवाह में सीआरपी को अधिक मात्रा में रिलीज़ करने लगता है| जिसकी वजह से ब्लड में सीआरपी लेवल बढ़ जाता है, खून में सीआरपी लेवल बढ़ने को हाई सी-रिएक्टिव प्रोटीन की समस्या कहा जाए है| ब्लड में में सीआरपी का लेवल बढ़ने की वजह से इंसान को कई प्रकार की गंभीर स्वास्थ्य समस्याओ का सामना करना पड़ सकता है| CRP के माध्यम से शरीर में किसी प्रकार का इंफेक्शन, इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज, ऑटोइम्यून डिजीज और लंग डिजीज इत्यादि के बारे में जानकारी मिलती है|
CRP फुल फॉर्म इन हिंदी और अंग्रेजी में
ऊपर आपने जाना की सीआरपी टेस्ट कया होता है, चलिए अब हम आपको सीआरपी की फुल फॉर्म इन हिंदी और अंग्रेजी के बारे में जानकारी उपलब्ध करा रहे है
CRP Full Form In English – C – Reactive Protein
CRP Full Form In – सी-रिएक्टिव प्रोटीन
डायबिटीज में सीआरपी टेस्ट क्यों कराया जाता है?
आज के समय में मधुमेह की समस्या से पीड़ित इंसानो की संख्या काफी ज्यादा हो गई है, सीआरपी टेस्ट (CRP Test In Hindi) मधुमेह के रोग में भी किया जाता है| CRP Test ke जरिए डायबिटीज में प्रो-इफ्लेमेटरी डिजीज के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए किया जाता है, इंफ्लेमेशन रिएक्शन डिजीज अर्थात यानी सूजन के जोखिम को बढ़ाने वाली समस्या होती है| सीआरपी टेस्ट टाइप 2 डाइबिटीज़ की परेशानी से पीड़ित इंसानो के लिए यह टेस्ट लाभकारी साबित होता है| चलिए अब हम आपको CRP टेस्ट के इतिहास के बारे में जानकारी उपलब्ध करा रहे है |
सीआरपी टेस्ट की शुरुआत कब हुई थी ? (CRP Test History In Hindi)
ऊपर आपने सीआरपी टेस्ट कया होता है? के बारे में जाना, काफी सारे लोगो के मन में यह सवाल रहता है की आखिर सीआरपी टेस्ट की शुरुआत कब हुई? या CPR Test की हिस्टरी कया है? चलिए हम आपको बताते है दरसल सी-रिएक्टिव प्रोटीन या सीआरपी की खोज वर्ष 930 में हुई थी और सीआरपी की खोज टायलेट और फ़ांसिस ने की थी, न्यूमोकोकस नामक संक्रमण सर रोगियों के सीरम की टेस्ट के दौरान सीआरपी के बारे में जानकारी प्राप्त की गई थी। सी-रिएक्टिव प्रोटीन एक तरह का एक्यूट इंफ्लेमेटरी प्रोटीन (CRP Test History In Hindi) होता है, जिसका निर्माण शरीर में सूजन या संक्रमण के दौरान लीवर करता है जब इंसान के शरेरे में किसी प्रकार का संक्रमण था संक्रमण हो जाता है तो इस स्थिंटि में शरीर का इस्घुन सिस्टम बहुल तेज से सक्रीय हो जाता है और शरीर में होने वाले इन्फेक्शन को दूर करने के लिए इम्यून सिस्टम इंटरल्यूबकिन-6 का निर्माण काफी तेजी से करने लगता है| इंटरल्यूकिन-6 ब्लड में सीआरपी की मात्रा को ढढ़ाने को प्रेरित करते हैं, जिसकी वजह से सीआरपी की मात्रा बढ़ने लगती है| चलिए अब हम आपको सीआरपी के प्रकारो के बारे में जानकारी उपलब्ध कराते है|
सीआरपी ब्लड टेस्ट के प्रकार | Types Of CRP Blood Tests in Hindi
अब आप CRP टेस्ट (CRP Test In Hindi) के बारे में तो जान ही गए होंगे, चलिए अब हम आपको CRP जाँच के प्रकारो के बारे में बताते है| CRP टेस्ट के बारे में हम आपको नीचे जानकारी उपलब्ध करा रहे है |
परंपरागत सी-रिएक्शन प्रोटीन जाँच (Types Of CRP Blood Tests In Hindi
CRP Test का पहला प्रकार स्टैंडर्ड CRP टेस्ट होता है, आमतौर इस तरह का CRP टेस्ट शरीर की कई सारी परेशानी मधुमेह, हाई ब्लड प्रेशर, वायरल संक्रमण, कैंसर, बैक्टीरियल इन्फेक्शन और ट्यूमर इत्यादि परेशानियो के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए किया जाता है|
उच्च-संवेदनशीलता सी-रिएक्टिव प्रोटीन टेस्ट ( High-Sensitivity C-Reactive Protein/ HS-CRP Test In Hindi)
जब किसी भी पुरुष या महिला के शरीर में CRP की मात्रा बाद जाती है तो इसकी जानकारी प्राप्त करने के लिए उच्च संवेदनशीलता सी-रिएक्टिव प्रोटीन टेस्ट (HS-CRP Test In Hindi) किया जाता है| HS CRP टेस्ट स्टैंडर्ड CRP टेस्ट से अलग टेस्ट होता है इस टेस्ट के माध्यम से हृदय से सम्बंधित परेशानियो के बारे में जानकारी मिलती है| HS CRP टेस्ट में ब्लड में सी-रिएक्टिव प्रोटीन के स्तर की माप की जाती है
सीआरपी के लक्षण | Symptoms Of CRP In Hindi
सीआरपी के लक्षण शरीर में संक्रमण और सूजन होते है यह तो लगभग सभी को अच्छी तरह से पता है लेकिन इनके अलावा भी
सीआरपी के लक्षण (Symptoms Of CRP In Hindi) भी होते है, जिनके बारे में हम आपको नीचे जानकारी दे रहे है |
- सीआरपी के लक्षणों (Symptoms Of CRP In Hindi) में शामिल है बुखार आना।
- ठंड लगना भी सीआरपी के लक्षण (Symptoms Of CRP In Hindi) में शामिल है|
- अगर आप तेजी से सांस ले रहे है तो यह सीआरपी का लक्षण (Symptoms Of CRP In Hindi) हो सकता है|
- सीआरपी का लक्षण (Symptoms Of CRP In Hindi) है सांस लेने में परेशानी होना।
- दिल की धड़कन तेज होना भी सीआरपी के लक्षणों (Symptoms Of CRP In Hindi) में शामिल है|
- सीआरपी के लक्षण (Symptoms Of CRP In Hindi) में शामिल है लगातार जी मिचलाना और उल्टी की परेशानी होना।
सीआएपी टेस्ट की नार्मल रेंज क्या है? | CRP Test Normal Range In Hindi
सीआरपी टेस्ट की नार्मल रेंज कितनी होती है? यह एक ऐसा सवाल है जो बहुत सारे लोगो के मन में होता है| अगर किसी भी इंसान के शरीर में अगर सीआरपी की मात्रा में 0.8 मिलीग्राम / लीटर से लेकर 3.0 मिलीग्राम / लीटर तक होती है तो इसे सीआरपी की नार्मल रेंज कहा जाता है| अगर 3.0 मिलीग्राम / लीटर से ऊपर सीआरपी आता है तो यह असमान्य सीआरपी की में आता है| 3mg/Lसे लेकर 10mg/l के बीच में सीआरपी आने का मतलब है की इंसान मधुमेह या उच्च रक्तचाप की परेशानी से पीड़ित हो सकता है| सीआरपी का लेबल 10 mg/l और 100 mg/l- के बीच में आता है तो इंसान को वायरल संक्रमण, ट्यूमर और कैंसर इत्यादि परेशानी हो सकती है और अगर सीआरपी का लेवल 100 Mg/L से ऊपर आता है तो इंसान को बैक्टीरियल संक्रमण की परेशानी हो सकती है| सीआरपी बढ़ने पर कौन सी बिमारी हो सकती है इसके बारे में सटीक और सही जानकारी प्राप्त करने के लिए रिपोर्ट डॉक्टर को दिखाएं।
हाई-सेंसिटिव सीआरपी प्रोटीन टेस्ट क्या है? (High Sensitivity CRP Test In Hindi) | High CRP Test | HS-CRP Test Meaning In Hindi
यह तो आप कर पढ़ चुके है की CRP एक तरह का प्रोटीन होता है, जब ब्लड में इस प्रोटीन की मात्रा अधिक हो जाती है तो उसे हाई सेंसेटिव या हाई सीआरपी (HS-CRP Test In Hindi) कहा जाता है| अधिकतर इंसानो हाई सीआरपी की परेशानी देखने को मिलती है, अधिक सेंसेटिव सीआरपी टेस्ट को हाई सेंसिटिठिटी सी-रिएक्टिव प्रोटीन टेस्ट (C Reactive Protein Test) के नाम से जाना जाता है। HS-CRP टेस्ट के माध्यम से हार्ट डिजीज के बारे में पता चलता है, इसके अलाठा उच्च-संवेदनशीलता सी-रिएक्टिठ प्रोटीन (HS-CRP) टेस्ट मुख्य रूप से हृदय रोग और स्ट्रोक के बारे में जानने के लिए किया जाता है|
HS-CRP टेस्ट नार्मल रेंज | (HS-CRP Test Normal Range In Hindi)
अगर आपने हाई CRP टेस्ट करवाया है तो ऐसी स्थिति में इंसान को यह समझ में नहीं आता है की हाई सीआरपी की रेंज कितनी होनी चाहिए। तो हम आपको सलाह देंगे की टेस्ट रिपोर्ट देख कर कभी भी खुद निर्णय नहीं लेने चाहिए, टेस्ट रिपोर्ट सीधे डॉक्टरको दिखाएं डॉक्टर आपकी रिपोर्ट पढ़ने के बाद आपको सही और सटीक जानकारी देते है| अगर आपकी रिपोर्ट में सीआरपी एक मिलीग्रामालीटर से कम है तो आपको जादपरेशां होने की जरुरत नहीं है, सीआरपी । से 3mg/ltr है तो आपको सावधानी और इलाज की जरुरत है और अगर मात्रा 3 mg/ltr से ज्यादा है तो यह चिंता का विषय है और आपको इलाज की तुरंत जरुरत है| हालाँकि एक बात का ख्याल रखें की HS-CRP स्तर अधिक होने का अर्थ यह नहीं है की आप हृदय रोग से पीड़ित हो, सही और सटीक परेशानी या बिमारी की जानकारी आपको केवल डॉक्टर ही दे सकता है| चलिए अब हम आपको हाई सेंसिटिव सीआरपी होने के कारण के बारे में जानकारी उपलब्ध करा रहे है।
हाई सेंसिटिव सीआरपी होने के कारण
सीआरपी बढ़ने पर इंसान को बहुत सारी परेशानियो का सामना करना पड़ सकता है, काफी सारे इंसानो के मन में यह सवाल भी होता है की ब्लड में सीआरपी क्यों बढ़ता है? या CRP बढ़ने के कारण कौन कौन से है? या सीआरपी बढ़ने के करने के बारे में बताओ इत्यादि| हालाँकि ब्लड में सीआरपी बढ़ने के कारण काफी सारे होते है जिनमे से कुछ कारण के बारे में हम आपको नीचे जानकारी दे रहे है |
- किसी भी पुरुष या महिला को आंत से सम्बंधित गंभीर बीमारी होने पर सीआरपी कारण आंत की गंभीर बिमारी भी होती है|
- सीआरपी बढ़ने का कारण अधेरोस्क््लेरोसिस बिमारी भी होती है, अधेरोस्क्लेरोसिस की परेशानी में सीआरपी बढ़ जाता है|
- अगर बिना किसी वजह से आपको पूरे दिन सुस्ती रहती है तो इसके पीछे का कारण सीआरपी बढ़ना भी हो सकता है|
- सीआरपी बढ़ने का कारण मधुमेह भी होता है|
हाई सेंसिटिव सीआरपी के लक्षण | Symptoms Of HS- CRP Test In Hindi | Symptoms Of High CRP
ऊपर आपने सीआरपी बढ़ने के कारणों के बारे में पढ़ा, अब हम आपको सीआरपी बढ़ने के लक्षणों के बारे में जानकारी उपलब्ध करा रहे है| सीआरपी बढ़ने या हाई सेंसिटिव सीआरपी के लक्षण (Symptoms Of HS- CRP Test In Hindi ) हर एक इंसान को पता होने चाहिए क्योंकि अगर आपको HS- CRP के लक्षण पता होते है तो इंसान को इलाज में आसानी हो जाती है| चलिए अब हम आपको HS- CRP के लक्षण के बारे में बता रहे है
- हाई सेंसिटिव सीआरपी के लक्षण (Symptoms Of HS- CRP Test In Hindi ) में शामिल है तेज दुखार आना, हालाँकि तेज बुखार आने के कारण अन्य भी हो सकते है| इसीलिए तेज बुखार आने पर लापरवाही ना करें तुरंत डॉक्टर से परामर्श करें|
- अगर किसी भी पुरुष या महिला के शरीर में मौजूद हृदय की गति सामान्य से तेज है तो इसके पीछे का कारण सीआरपी बढ़ना भी होता है, इसीलिए HS-CRP के लक्षण (Symptoms Of HS- CRP Test In Hindi) में शामिल है हृदय की तेज गति होना|
- हाई सेंसिटिव सीआरपी के लक्षण (Symptoms Of HS- CRP Test In Hindi) में शामिल है बेहोशी, अगर कोई इंसान बिना कारण बेहोश हो जाता है तो पीड़ित का सीआरपी टेस्ट करवाकर देख लेना चाहिए।
- अगर आपको शरीर में दाने या पित्ती की समस्या हो रही है तो यह सीआरपी बढ़ने का लक्षण (Symptoms Of HS- CRP Test In Hindi) होता है|
- अगर किसी भी पुरुष या महिला को सांस लेने में दिक्कत हो रही है तो यह सीआरपी बढ़ने का लक्षण (Symptoms Of HS- CRP Test In Hindi) हो सकता है|
- पसीना आम बात है लेकिन बिना किसी वजह से अगर आपको बेकाबू पसीना आ रहा है तो यह सीआरपी बढ़ने की वजह से भी हो सकता है|
- गंभीर सिरदर्द भी सीआरपी बढ़ने के लक्षणों (Symptoms Of HS- CRP Test In Hindi) में शामिल है|
- किसी भी महिला या पुरुष को ठंड लग रही हो या कंपकंपी हो रही हो तो इसके पीछे का कारण सीआरपी बढ़ना भी हो सकता है|
- सीआरपी बढ़ने का लक्षण (Symptoms Of HS- CRP Test In Hindi) है लगातार उल्टी या दस्त की परेशानी होना|
- हाई सेंसिटिव सीआरपी के लक्षण (Symptoms Of HS- CRP Test In Hindi) में शामिल है चक्कर आना|
- बिना किसी कारण के अगर आपके शरीर में दर्द की परेशानी हो रही है तो यह सीआरपी बढ़ने का संकेत हो सकता है|
सीआरपी टेस्ट क्यों करवाते है?
काफी सारे इंसान यह सोचते है की आखिर सीआरपी टेस्ट क्यों करवाना चाहिए? या सीआरपी टेस्ट कब करवाना चाहिए? वैसे
सीआरपी टेस्ट कब करवाना चाहिए इसके बारे में आपको डॉक्टर ही बताते है, इस टेस्ट को अपनी मर्जी से नहीं कराना चाहिए। अगर किसी भी भी महिला या पुरुष में कोरोना के गंभीर लक्षण दिखाई दे रहे हो और ऐसी स्थिति में जब पीड़ित डॉक्टर के पास जाता है तो ऐसे में डॉक्टर आपका चेकअप करने के बाद सीआर पी टेस्ट कराने के लिए बोल सकता है| इसके अलावा अगर किसी इंसान के शरीर में संक्रमण, ज्यादा समय तक बुखार और खाँसी इत्यादि की परेशानी में सीआरपी टेस्ट (CRP Test In Hindi) करवाया जा सकता है|
सीआरपी ब्लड टेस्ट किस परिस्थिति में करवाना चाहिए?
सीआरपी टेस्ट किन रोगो में करवाने की सलाह दी जाती है यह सवाल काफी इंसानो के मन में होता है, ऐसे इंसान जिन्हे हृदय से
सम्बंधित रोग होते है या हृदय रोग होने की संभावना होती है तो इस स्थिति में डॉक्टर सीआरपी टेस्ट कराते है| इसके अलावा शरीर में किसी प्रकार का संक्रमण या किसी पुरानी बिमारी होने पर भी सीआरपी ब्लड टेस्ट करवाया जा सकता है| चलिए अब हम आपको कुछ और ऐसी स्थितियों के बारे में जानकारी दे रहे है जिनमे सीआरपी टेस्ट (CRP Test In Hindi) करवाने की सलाह दी जा सकती है |
ऐसे पुरुष या महिला जिनमे कोरोना वायरस से संक्रमित होने की संभावना होती है, उनके सीआरपी टेस्ट (CRP Test In Hindi)
करवाने की सलाह दी जाती है|
- 45 वर्ष या उससे अधिक उम्र के पुरुष और 55 या उससे अधिक उम्र की महिलाओ का सीआरपी टेस्ट (CRP Test In Hindi) करवाया जाता है|
- अगर कोई इंसान पिछले कई सालो से धूम्रपान कर रहा होता है तो उसके शरीर में सीआरपी लेवल के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए सीआरपी टेस्ट किया जाता है|
- ऑटेइम्यून विकार से पीड़ित इंसान का सीआरपी टेस्ट (CRP Test In Hindi) कराने की सलाह दी जाती है|
- कैंसर के बारे में जानने के लिए भी सीआरपी टेस्ट (CRP Test In Hindi) किया जाता है|
- सीआरपी टेस्ट (CRP Test In Hindi) ऐसे लोगो का भी किया जाता है जिनकी हाल फ़िलहाल में ही सर्जरी हुई हो।
- हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से पीड़ित इंसान का भी सीआरपी टेस्ट (CRP Test In Hindi) किया जाता है|
- ऐसे पुरुष या महिला के शरीर में मौजूद ब्लड में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा अधिक होती है उन्हें भी सीआरपी टेस्ट कराने की सलाह दी जाती है|
- सीआरपी टेस्ट (CRP Test In Hindi) टाइप 2 डायबिटीज की समस्या से पीड़ित इंसान का भी किया जाता है।
- बैक्टीरियल इन्फेक्शन या फंगल इन्फेक्शन की समस्या से पीड़ित इंसान की स्थिति के बारे में जानने के लिए ESR टेस्ट
करवाया जाता है| - इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज में भी सीआरपी टेस्ट (CRP Test In Hindi) किया जाता है|
सी-रिएक्टिव प्रोटीन कम करने के उपाय | Tips To Lower High Level Of CPR Test In Hindi
- सीआरपी कम करने के घरेलू उपाय जिससे CRP कम किया जा सकता है उच्च सीआरपी स्तर घरेलू उपचार (CRP Ka Upchar In Hindi) द्वारा ठीक किया जा सकता है। इनमे कुछ घरेलू उपचार शामिल हैं |
- अगर आप उच्च सीआरपी की समस्या से पीड़ित है और आप सीआरपी के बढ़े हुए लेवल को कम करना चाहते है तो व्यायाम
- आपके लिए बेहतरीन विकल्प साबित हो सकता है| नियमित रूप से व्यायाम करने से शरीर स्वस्थ रहने के साथ साथ उच्च सी-रिएक्टिव प्रोटीन की समस्या से आराम मिलता है|
- हाई सीआरपी की समस्या से पीड़ित इंसान को प्रदूषित वातावरण में जाने से बचने की कोशिश करनी चाहिए|
- वर्तमान में बढ़े हुए वजन और मोटापे की समस्या से ग्रसित लोगो की संख्या काफी ज्यादा हो गई है, मोटे लोगो केशरीर में मौजूद ब्लड में सीआरपी लेवल काफी बड़ा हुआ मिलता है| लेकिन जैसे जैसे इंसान का वजन कम होता है वैसे वैसे सीआरपी का लेवल लगता है|
- सीआरपी लेवल को काम करने का घरेलू उपाय है पौष्टिक आहार, इंसान को स्वस्थ रहने के लिए पौष्टिक आहार का सेवन करना चाहिए| नियमित रूप से पौष्टिक आहार का सेवन करने से बहुत जल्द उच्च सी-रिएक्टिव प्रोटीन का स्तर को कम होने लगता है|
- अगर आप शराब या किसी भी तरह के मादक पदार्थ का सेवन करते है और आपको ब्लड में सीआरपी का लेवल बढ़ा हुआ है तो तुरंत शराब या मादक पदार्थ का सेवन बंद कर दीजिए, जल्द ही आपको आराम प्राप्त होगा|
- हाई सीआरपी को कम करने के लिए विटामिन सी युक्त चीजों का सेवन लाभकारी साबित होता है, नियमित रूप से विटामिन सी युक्त चीजों का सेवन करने से आपको बहुत हाई सीआरपी की समस्या से आराम मिलता है|
- ग्रीन टी के बारे में सभी अच्छी तरह से जानते है, ग्रीन टी में मौजूद औषधीय गुण और तत्व ब्लड में मौजूद सीआरपी को संतुलित करने में मददगार होते है, नियमित रूप से ग्रीन टी का सेवन करने से कुछ दिनों में ही हाई सीआरपी (CRP Test In Hindi) की समस्या से छुटकारा मिल जाता है|
सीआएपी टेस्ट प्राइस कितना है
ऊपर आपने सीआरपी के बारे जाना, ऐसे इंसान जो सीआरपी टेस्ट करवाना चाहते है उनके मन में अक्सर यह सवाल रहता है की सीआरपी टेस्ट करवाने में कितने पैसे लगते है? या सीआरपी टेस्ट प्राइस कितना है? तो हम आपको बता दें की भारत के अलग अलग शहरों में सीआरपी टेस्ट प्राइस अलग अलग हो सकता है| आमतौर पर सीआरपी टेस्ट प्राइस 200 रूपए से लेकर 700 रूपए तक हो सकती है|
निष्कर्ष – हम आशा करते है की आपको हमारे लेख CRP Test In Hindi | सीबीसी टेस्ट क्या है? में दी गई जानकारी पसंद आई होगी, लेकिन अगर आपको हमारे द्वारा दी गई जानकारी पसंद नहीं आई है तो आप गूगल या बिंग पर CPR Test In Hindi सीबीसी टेस्ट क्या है? लिखकर सर्च कर सकते है |