(Khansi ke Ghrelu Nuskhe in Hindi): बदलते मौसम और खान-पान के कारण किसी व्यक्ति को खांसी हो सकती है। खांसी जल्द ठीक हो जाती है, लेकिन समय रहते इलाज न करने पर यह खराब हो सकता है। इसलिए, हल्की खांसी लगते ही उपचार शुरू दे। इसके लिए घरेलू तरीकों का उपयोग किया जा सकता है। शुरुआत में, ये घरेलू उपचार खांसी को गंभीर होने से रोक सकते हैं। घरेलू उपचार भी खांसी से उबरने में मदद कर सकते हैं अगर खांसी गंभीर है। इसलिए, मरीज को तुरंत अपने चिकित्सक से इलाज करना चाहिए। homeremediesdoctor के इस लेख में हम आपको रात में खांसी आने के कारणों और घरेलू उपायों के बारे में बताएंगे। साथ ही इससे बचने के उपायों को भी बताएंगे।
खांसी के कारण और जोखिम कारक – Causes and Risk Factors of Cough in Hindi
खांसी का घरेलू इलाज जानने से पहले, खांसी के कारणों को समझना महत्वपूर्ण है। कई लोगों को बार-बार खांसी होने लगती है, जिससे उनकी सेहत भी प्रभावित होती है| तो आइए जानते है इसके कारण|
- एलर्जी
- ट्यूबरक्लोसिस या टीवी
- धूल-मिट्टी, प्रदूषण
- दमा
- श्वसन तंत्र के संक्रमण जैसे – ठंड लगना या निमोनिया
- मौसम का बदलना
- फेफड़ों का कैंसर
- मुंह सूखना
- ब्रोन्किइक्टेसिस
- टॉन्सिल का संक्रमित होना यानी टॉन्सिलाइटिस
- गर्ड (Gastroesophageal reflux disease)
- धूम्रपान करना
- काली खांसी (Pertussis)
- ठंडी चीजें जैसे – आइसक्रीम या कोल्डड्रिंक का सेवन
खांसी के लक्षण – Symptoms of Cough in Hindi
खांसी की समस्या होने पर इसके लक्षण खांसी के कारण के आधार पर दिखाई दे सकते हैं, जो इस प्रकार हैं|
- गले में खराश होना
- गले में दर्द होना
- बुखार आना
- सिरदर्द
- थकान होना
- सीने में दर्द होना
- सांस लेने में परेशानी होना
- नाक बंद होना
- उल्टी आना
- नींद न आना
- सीने में जलन होना
- खाने की इच्छा न होना
खांसी के प्रकार – Types of Cough in Hindi
जब खांसी जल्द ठीक हो जाती है, तो यह सामान्य है, लेकिन अगर खांसी ज्यादा दिनों तक रहती है, तो यह चिंता का कारण हो सकता है। इसलिए, खांसी का तुरंत पता लगाना और उसका इलाज करना महत्वपूर्ण है। नीचे खांसी के कुछ प्रकार बताए गए हैं। तो मेरे भाइयो बहनो आइए पता लगये इस बारे मे की खाँसी कितने प्रकार की होती है|
- तीव्र खांसी (Acute Cough) – यह खांसी अक्सर जल्दी शुरू होती है। इसके मूल कारण सर्दी, फ्लू या साइनस संक्रमण हैं। यह खांसी आमतौर पर तीन सप्ताह में ठीक हो जाती है।
- सब एक्यूट खांसी– जब एक्यूट खांसी तीन हफ्ते बाद भी ठीक नहीं होती और आठ सप्ताह तक रहती है, तो उसे सब एक्यूट खांसी कहा जाता है।
- पुरानी खांसी (Chronic Cough) – यह खांसी कई दिनों तक रह सकती है, कभी-कभी आठ हफ्ते से भी अधिक। ऐसे में बिना देर करते हुए अपनी समस्या को डॉक्टर से बताएं।
- कुक्कुर खांसी (Pertussis) – यह खांसी के संक्रमण से होता है, जो गले और नाक पर प्रभाव डालता है। ज्यादातर बच्चों को यह खांसी होती है|
- बलगम वाली खांसी – इस तरह की खांसी में सीने में बलगम जम जाता है, जिससे मरीज को सांस लेना मुश्किल होता है।
- सूखी खांसी (Dry Cough) – यह खांसी के साथ गले में दर्द होता है। बार-बार गले में कुछ फंसा हुआ महसूस होगा। इसमें खांसने से बलगम नहीं निकलता; बदलते मौसम या धूल-मिट्टी और प्रदूषण इसकी खांसी का कारण हो सकता है।
- रात में खांसी (Nocturnal Cough) – यह खांसी अधिकतर रात में होती है। कभी-कभी यह इतना गंभीर हो जाता है कि मरीज को नींद भी नहीं आती है।
आगे हम खांसी के घरेलू इलाज के बारे में बताएंगे।
खांसी के घरेलू इलाज – Home Remedies for Cough in Hindi
1. नमक के पानी से गरारे
सामग्री:
- एक चम्मच नमक
- एक गिलास गर्म पानी
कैसे करें उपयोग:
- गर्म पानी में नमक मिलाएं।
- फिर इससे गरारे करें।
कितनी बार करें उपयोग:
- आप इसे दिनभर में दो से तीन बार कर सकते हैं।
खाँसी मे केसे है लाभदायक
वर्षों से लगभग हर घर में पानी में नमक डालकर गरारे करने का नुस्खा लाभदायक है। इसे खांसी का सबसे आसान रामबाण इलाज माना जाता है। ऊपरी श्वास नलिका के संक्रमण (upper respiratory tract infections) से कुछ दिनों तक नियमित रूप से गरारे करने से बचाव हो सकता है, जैसा कि एनसीबीआई (National Center for Biotechnology Information) की वेबसाइट पर प्रकाशित एक वैज्ञानिक अध्ययन ने बताया इससे खांसी कम हो सकती है। यद्यपि, खांसी पर नमक वाले पानी से गरारे का सटीक प्रभाव जानने के लिए अभी और शोध की जरूरत है।
2. भाप
सामग्री
- आधा टब पानी
- तौलिया
कैसे करें उपयोग:
- सबसे पहले पानी को किसी बर्तन में डालकर गर्म करें।
- फिर सिर पर तौलिया डालकर भाप लें।
कितनी बार करें उपयोग:
- खांसी की समस्या में इसे दिन में दो बार उपयोग कर सकते हैं।
खाँसी मे केसे है लाभदायक
जब खांसी होती है, तो नाक भी बंद हो जाती है; भाप से बंद नाक खुल जाएगा और गले को गर्माहट मिलेगी। रात में सोने से पहले इस भाप को लें और सिर को अच्छी तरह से ढक लें, ताकि ठंडी हवा न लगे। लेकिन अभी तक कोई प्रमाण नहीं है कि भाप पूरी तरह से खांसी को ठीक कर सकता है, लेकिन इससे अस्थायी राहत मिल सकती है।
3. शहद
सामग्री:
- दो चम्मच शहद
- एक चम्मच नींबू या अदरक का रस
कैसे करें उपयोग:
- शहद और नींबू या अदरक के रस को मिलाकर पिएं।
कितनी बार करें उपयोग:
- इसे सिरप की तरह दिनभर में दो से तीन बार ले सकते हैं।
खाँसी मे केसे है लाभदायक
एक मेडिकल अध्ययन के अनुसार, शहद खांसी के इलाज में प्रभावी हो सकता है। यह खांसी की दवा से भी अधिक प्रभावी हो सकता है। साथ ही, एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक वैज्ञानिक अध्ययन ने बताया कि शहद का सेवन खांसी को कुछ हद तक कम कर सकता है। मरीज इसे खाने से खांसी कुछ कम होती है और रात को सुकून से सो सकता है। शहद के एंटीऑक्सीडेंट और एंटीमाइक्रोबियल गुण इसमें मदद करते हैं। संक्रमण फैलाने वाले बैक्टीरिया को इसके एंटीमाइक्रोबियल शहद के गुणों से दूर किया जा सकता है। इससे संक्रमण के अन्य खतरे को कम किया जा सकता है ।
4. अदरक (Khansi ke Ghrelu Nuskhe in Hindi)
सामग्री:
- तीन चम्मच बारीक कटा अदरक
- एक चम्मच सूखा पुदीना
- एक कप शहद
- चार कप पानी
कैसे करें उपयोग:
- एक बर्तन में पानी लेकर उसमें अदरक और पुदीना मिलाएं।
- फिर पानी को अच्छी तरह से उबाल लें।
- इसके बाद पानी को ठंडा होने दें। उसके बाद इसमें शहद मिलाएं।
- इस मिश्रण का रोज एक चम्मच सेवन करें।
- इस मिश्रण को किसी अच्छे जार में बंद करके, फ्रिज में दो से तीन हफ्ते के लिए रखा जा सकता है।
कितनी बार करें उपयोग:
- इस मिश्रण को हर तीन से चार घंटों के अंतराल में पिया जा सकता है।
खाँसी मे केसे है लाभदायक
खांसी को कम करने के लिए अदरक को भी शामिल किया जा सकता है। अदरक खांसी का एक प्राकृतिक उपचार है। इस विषय पर किए गए एक वैज्ञानिक अध्ययन ने बताया कि अदरक खांसी और श्वसन संक्रमण (रेस्पिरेटरी इन्फेक्शन) के उपचार में फायदेमंद हो सकता है। हालाँकि, इसके लाभों को जानने के लिए अभी भी अधिक अध्ययन की जरूरत है।
5. लौंग (Khansi ke Ghrelu Nuskhe in Hindi)
सामग्री:
- एक लौंग
- चुटकी भर सेंधा नमक
कैसे करें उपयोग:
- लौंग को सेंधा नमक के साथ चबा लें।
कितनी बार करें उपयोग:
- इसे दिन में दो से तीन बार उपयोग कर सकते हैं।
खाँसी मे केसे है लाभदायक
दरअसल, लौंग एक खांसी की दवा है। इसलिए, लौंग को खांसी का सबसे अच्छा उपाय बताया जा सकता है।
6. काली मिर्च
सामग्री:
- एक चम्मच काली मिर्च पाउडर
- दो चम्मच शहद
- एक कप गर्म पानी
कैसे करें उपयोग:
- गर्म पानी में काली मिर्च पाउडर और शहद मिलाएं।
- अब कप को 10 से 15 मिनट के लिए ढक कर रख दें।
- फिर इस चाय को पिएं।
कितनी बार करें उपयोग:
- इस चाय को खांसी के दौरान रोज एक से दो बार पिया जा सकता है।
खाँसी मे केसे है लाभदायक
खांसी का घरेलू उपचार करने के लिए काली मिर्च एक अच्छी हर्बल औषधि है। इस विषय पर किए गए एक वैज्ञानिक अध्ययन के अनुसार, काली मिर्च एक प्राकृतिक खांसी की दवा है। इसके अलावा, यह गले के रोगों और सर्दी को भी सुधार सकता है। काली मिर्च में मौजूद एंटीबैक्टीरियल और एंटीमाइक्रोबियल गुण खांसी मे लाभदायक हो सकते हैं।
7. लहसुन
सामग्री:
- एक या दो लहसुन की कलियां
- एक गिलास दूध
कैसे करें उपयोग:
- लहसुन की कलियाें को दूध में उबाल लें।
- फिर इसे पिएं।
कितनी बार करें उपयोग:
- खांसी के दौरान दो से तीन दिन तक रात में इस दूध का सेवन किया जा सकता है।
खाँसी मे केसे है लाभदायक
अगर कोई लहसुन का स्वाद न पसंद करने के कारण इसे खाने से बचता है, तो वे हैरान हो जाएंगे कि लहसुन कई बीमारियों का एक प्रभावी घरेलू उपचार है। एक मेडिकल अध्ययन के अनुसार, लहसुन खांसी से राहत दे सकता है। लहसुन के एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल गुण को खांसी का रामबाण इलाज कहा जा सकता है।
8. तुलसी (Khansi ke Ghrelu Nuskhe in Hindi)
सामग्री:
- कुछ तुलसी के पत्ते
कैसे करें उपयोग:
- तुलसी के पत्तों को अच्छे से धोकर उनका सेवन करें। अगर तुलसी के पत्तों का स्वाद अच्छा न लगे, तो इसमें थोड़ा नमक या काली मिर्च छिड़ककर खाएं।
- इसके अलावा, तुलसी की चाय या तुलसी का काढ़ा बनाकर भी पी सकते हैं।
कितनी बार करें उपयोग:
- इसे दिन में एक बार उपयोग कर सकते हैं।
खाँसी मे केसे है लाभदायक
तुलसी में कई औषधीय गुण हैं। इसलिए, यह अस्थमा और खांसी जैसे कई अन्य रोगों के इलाज में मदद कर सकता है। इसमें मौजूद एंटीबैक्टीरियल, एंटीवायरल और एंटीफंगल गुण इन समस्याओं को दूर कर सकते हैं। ये विशेषताएं खांसी को पैदा करने वाले बैक्टीरियल इन्फेक्शन को दूर रख सकती हैं। यही कारण है कि तुलसी खांसी को दूर कर सकती है।
9. हल्दी
सामग्री:
- एक चम्मच हल्दी
- एक गिलास दूध
कैसे करें उपयोग:
- दूध में हल्दी पाउडर मिला लें।
- अब इसको पिएं। स्वाद के लिए इसमें थोड़ी चीनी या शहद मिला सकते हैं।
कितनी बार करें उपयोग:
- इसे रात को सोने से पहले सेवन किया जा सकता है।
खाँसी मे केसे है लाभदायक
NCBI की वेबसाइट पर खांसी की दवा का एक अध्ययन उपलब्ध है। उसने कहा कि हल्दी में करक्यूमिन होता है। इस प्रभाव के कारण दूध के साथ हल्दी लेना खांसी और श्वास संबंधी रोगों का इलाज कर सकता है। एक अन्य वैज्ञानिक अध्ययन ने हल्दी से खांसी का इलाज करने पर प्राकृतिक चिकित्सकीय प्रभाव पाया है। यही कारण है कि हल्दी खांसी रोकने का एक उपाय है।
10. ग्रीन टी (Khansi ke Ghrelu Nuskhe in Hindi)
सामग्री:
- आधा चम्मच ग्रीन-टी पाउडर
- एक कप गर्म पानी
- आधा चम्मच शहद (इच्छानुसार)
कैसे करें उपयोग:
- ग्रीन-टी के पत्तों को गर्म पानी में 5 से 10 मिनट तक भिगोएं।
- अब इसमें स्वादानुसार शहद मिलाकर चाय की तरह सेवन करें।
कितनी बार करें सेवन:
- दिन में दो से तीन बार इस चाय का सेवन किया जा सकता है।
खाँसी मे केसे है लाभदायक
ग्रीन टी को अपने दिनचर्या में शामिल करना चाहिए अगर किसी को किसी को बार-बार खांसी होती है। विभिन्न शोधकर्ताओं का मानना है कि हरी चाय, या ग्रीन टी, के एंटीइंफ्लेमेटरी प्रभाव खांसी को कम कर सकते हैं। यही कारण है कि ग्रीन टी खांसी को दूर कर सकती है।
11. दालचीनी
सामग्री :
- चुटकीभर दालचीनी पाउडर
- एक चम्मच शहद
कैसे करें उपयोग:
- शहद को तब तक गर्म करें, जब तक कि यह थोड़ा पतला न हो जाए।
- फिर इसमें चुटकीभर दालचीनी मिलाकर ठंडा करके इसका सेवन करें।
कितनी बार करें उपयोग:
- इसे कफ सिरप की तरह रोज दो से तीन बार पिएं।
खाँसी मे केसे है लाभदायक
आज भी दालचीनी को खांसी के घरेलू उपचार में प्रयोग किया जाता है। दालचीनी में मौजूद एंटीसेप्टिक, एंटीफंगल और एंटीवायरल गुण इसका कारण हैं।
12. नींबू
सामग्री:
- आधा चम्मच नींबू का रस
- दो चम्मच शहद
- एक कप गर्म पानी
कैसे करें उपयोग:
- गर्म पानी में शहद को अच्छे से मिलाएं।
- फिर इसमें नींबू का रस अच्छे से मिलाकर इस मिश्रण को पिएं।
कितनी बार करें उपयोग:
- इस मिश्रण को एक बार सुबह और एक बार रात को पी सकते हैं।
खाँसी मे केसे है लाभदायक
खांसी का घरेलू उपचार नींबू है। नींबू में विटामिन-सी की भरपूर मात्रा होती है, जो संक्रमण और सूजन को कम करने में मदद कर सकता है। इससे खांसी दूर हो सकती है। जैसा कि लेख में ऊपर बताया गया है, इसमें मिलाया जाने वाला शहद भी खांसी से राहत दे सकता है।
13. गुड़
सामग्री:
- एक गुड़ का टुकड़ा
- आधा प्याज
कैसे करें उपयोग:
- आधे प्याज के छोटे-छोटे टुकड़े कर लें।
- अब इसे पीसे हुए गुड़ में मिलाकर खाएं।
कितनी बार करें उपयोग:
- इसे रोज दो से तीन बार खाया जा सकता है।
खाँसी मे केसे है लाभदायक
गुड़ खांसी और जुकाम में सुधार करता है। यह छाती से बलगम को निकालने में मदद करता है, जो खांसी और जुकाम को कम कर सकता है। एक और अध्ययन ने पाया कि गुड़ में शक्कर से अधिक मिनरल साल्ट (खनिज लवण) होते हैं, जो सूखी खांसी, बलगम वाली खांसी, अपच और कब्ज को कम कर सकते हैं। यही कारण है कि गुड़ को खांसी का उपचार बताया जा सकता है।
14. आंवला
सामग्री:
- एक चम्मच आंवला का रस या पाउडर
- दो चम्मच शहद
कैसे करें उपयोग:
- दोनों सामग्रियों को मिला लें।
- फिर इस मिश्रण का सेवन करें।
कितनी बार करें उपयोग:
- इसे प्रतिदिन दो बार उपयोग किया जा सकता है।
खाँसी मे केसे है लाभदायक
खांसी से छुटकारा पाने के लिए आंवला को घरेलू उपचार के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है। विटामिन-सी बहुतायत में आंवले में पाया जाता है। साथ ही, एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक वैज्ञानिक अध्ययन ने बताया कि विटामिन-सी एंटी-ऑक्सीडेंट की तरह काम करता है और खांसी को कम कर सकता है। इसलिए, आंवला खांसी के लिए एक अच्छा घरेलू उपचार हो सकता है।
15. अजवाइन
सामग्री:
- एक चम्मच अजवाइन का रस
- एक चम्मच शहद
कैसे करे उपयोग:
- दोनों सामग्रियों को आपस में मिला लें।
- फिर इस मिश्रण का सेवन कर लें।
कितनी बार करें उपयोग:
- इसे दिन में दो बार लिया जा सकता है।
खाँसी मे केसे है लाभदायक
अस्थमा भी खांसी का कारण हो सकता है। ऐसे में अजवाइन का सेवन करके अस्थमा से बच सकते हैं। दरअसल, एक वैज्ञानिक अध्ययन ने बताया कि अजवाइन एंटीअस्थमा के रूप में काम कर सकता है। एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक अध्ययन पत्र में भी यह जानकारी दी गई है । ऐसे में, अजवाइन खांसी को दूर कर सकता है।
16. अनानास
सामग्री:
- एक कप अनानास का रस
- एक चम्मच शहद
- एक चुटकी नमक
- एक चुटकी काली मिर्च पाउडर
कैसे करें उपयोग:
- अनानास के जूस मे में शहद, नमक और काली मिर्च को अच्छे से मिक्स कर लें।
- फिर इस मिश्रण का सेवन कर लें।
कितनी बार करें उपयोग:
- इसे दिन में तीन बार पिया जा सकता है।
खाँसी मे केसे है लाभदायक
अनानास स्वादिष्ट फल है और आपको स्वास्थ्य लाभ भी देता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि अननानास खांसी की अचूक दवा भी हो सकता है? ब्रोमेलैन, एक तरह का प्रोटीन-डाइजेस्टिंग (प्रोटियोलिटिक) एंजाइम या प्रोटीज का मिश्रण, अनाज में पाया जाता है। यह खांसी को कम कर सकता है। साथ ही गले में बलगम को कम करके खांसी को कम कर सकता है|
17. थाइम
सामग्री:
- एक चम्मच थाइम की पत्तियां
- एक गिलास पानी
कैसे करें उपयोग:
- थाइम के पत्तों को कुछ मिनट के लिए पानी में उबाल लें।
- फिर इसे छान लें और पानी को पी लें।
कितनी बार करें उपयोग:
- दिन में एक बार इसका सेवन किया जा सकता है।
खाँसी मे केसे है लाभदायक
श्वसन संबंधी कई रोगों को ठीक करने के लिए थाइम एक हर्बल पौधा है। इसके पत्ती से निकलने वाले अर्क खांसी और अल्पकालिक ब्रोंकाइटिस को दूर कर सकते हैं। थाइम की पत्तियों में फ्लेवोनोइड्स भी होते हैं, जो गले की मांसपेशियों को शांत कर सकते हैं। साथ ही ये सूजन और खांसी को भी कम कर सकते हैं। यही कारण है कि थाइम को खांसी के उपचार में भी शामिल किया जा सकता है।
18. मार्शमैलो रूट
सामग्री:
- एक चम्मच मार्शमैलो रूट पाउडर
- एक गिलास पानी
- दो चम्मच शहद
कैसे करें उपयोग:
- सबसे पहले पानी में मार्शमैलो रूट पाउडर को मिलाएं।
- फिर कुछ मिनट के लिए इसे गर्म करें।
- उसके बाद इसे छान कर कप में निकाल लें और शहद मिक्स करके सेवन करें।
कितनी बार करें उपयोग:
- इसे दिन में दो बार पिया जा सकता है।
खाँसी मे केसे है लाभदायक
मार्शमैलो एक जड़ी बूटी पौध है। इसके पत्तियों और जड़ों का प्राचीन काल से ही गले में खराश और खांसी का उपचार किया जाता है। इस हर्ब में म्यूकिल, या श्लेष्मा, होता है, जो गले को कोट करके जलन को कम करता है। बच्चों को इसे नहीं देना चाहिए। मार्शमैलो इस तरह खांसी का उपचार कर सकता है, लेकिन इसे विशेषज्ञ की सलाह पर ही करें।
19. पुदीना
सामग्री:
- एक चम्मच सूखा पुदीना
- दो चम्मच शहद
- एक गिलास पानी
कैसे करें उपयोग:
- पानी में पुदीने को मिलाएं और उसे उबाल लें।
- थोड़ी देर उबलने के बाद उसे कप में निकाल लें और शहद मिलाएं।
- फिर इस चाय का सेवन कर लें।
कितनी बार करें उपयोग:
- इस चाय को सुबह और शाम को पी सकते हैं।
खाँसी मे केसे है लाभदायक
एक अध्ययन के अनुसार, पुदीना एंटीवायरल और एंटीबैक्टीरियल गुणों के अलावा एंटीट्यूसिव प्रभाव भी दिखाता है। एंटीट्यूसिव खांसी का उपचार है। इसके एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल गुण खांसी का कारण बनने वाले इन्फेक्शन से भी बचाते हैं। एनसीबीआई की वेबसाइट पर उपलब्ध एक अध्ययन में भी यह जानकारी दी गई है। पुदीना को ऐसे एलर्जी खांसी के इलाज में शामिल किया जा सकता है।
20. प्रोबायोटिक्स
विभिन्न खाद्य पदार्थों में पाए जाने वाले एक प्रकार के सूक्ष्मजीव प्रोबायोटिक्स कहलाते हैं। यह मुख्य रूप से दही में मौजूद हैं, जो स्वास्थ्य के लिए अच्छा है। ये खांसी नहीं दूर करते, बल्कि शरीर की प्रतिरक्षा को मजबूत करते हैं। इससे खांसी और कई अन्य बीमारियां दूर हो सकती हैं। इसलिए इसे खांसी के लिए एक अचूक उपचार कहा जा सकता है।
निष्कर्ष
खांसी, एक सामान्य समस्या होती है जो हमें आम जीवन में आसानी से हो सकती है। यह आमतौर पर एक स्थिति का परिचायक होती है, लेकिन कभी-कभी इसका दौराना दिन को असहनीय बना सकता है। खांसी का सही इलाज करने के लिए हमें इसके कारणों को समझना और घरेलू नुस्खों का सही तरीके से इस्तेमाल करना चाहिए।
आधुनिक चिकित्सा विज्ञान के अनुसार, विभिन्न प्रकार की खांसी का विभिन्न कारण हो सकते हैं, जैसे कि इंफेक्शन, एलर्जी, या सामान्य सर्दी-जुकाम के समय। घरेलू नुस्खे इसमें सहायक हो सकते हैं, लेकिन हमें अगर स्थिति गंभीर है या खांसी लंबे समय तक बनी रहती है, तो चिकित्सक से सलाह लेनी चाहिए।
अंत में, खांसी का इलाज के लिए हमें स्वस्थ जीवनशैली अपनानी चाहिए और सही तरीके से आहार लेना चाहिए। अगर हम अपने शरीर को पूरे रूप से स्वस्थ रखेंगे, तो हमारी प्रतिरक्षा शक्ति मजबूत रहेगी और हम आसानी से खांसी जैसी समस्याओं से निपट सकेंगे।
ध्यान रखें, यह लेख केवल सामान्य जानकारी प्रदान करता है और किसी भी चिकित्सा सलाह के बजाय अपने चिकित्सक से सलाह लेना उचित है।
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