Tulsi ke Fayde Or Nuksan

तुलसी के फायदे और नुक्सान (Tulsi ke Fayde Or Nuksan) – तुलसी को बेसिल और तुलसी के पत्तो को Basil Leaves के नाम से जाना जाता है| प्राचीन समय से तुलसी को इंसान के बहुत ज्यादा लाभकारी माना गया है, तुलसी में मौजूद औषधीय गुण और तत्व शरीर के लिए लाभकारी होने के साथ कई सारी बीमारियो को दूर करने में मददगार होते है| तुलसी के बारे में तो सभी जानते ही है लेकिन काफी इंसान ऐसे होते है जो तुलसी के फायदे और नुक्सान के बारे में नहीं जानते है, आज हम अपने इस लेख में तुलसी के फायदे और नुक्सान के बारे में अधिक से अधिक जानकारी उपलब्ध करने की कोशिश कर रहे है| सबसे पहले हम आपको तुलसी के बारे में जानकारी उपलब्ध करा रहे है|

Table of Contents

तुलसी क्या है? (What Is Basil Leaves In Hindi)

तुलसी को एक औषधीय पौधे के रूप में भी जाना जाता है, तुलसी में मौजूद औषधीय गुण और जरुरी पोषक तत्व जैसे कई तरह के विटामिन्स और खनिज मौजूद होते है जो हमारे शरीर के लिए लाभकारी होने के साथ साथ कई सारी बीमारियो को भी दूर करने में सहायक होती है| तुलसी के पौधे का धार्मिक महत्व भी बहुत ज्यादा है इसीलिए तुलसी का पौधा आपको अधिकतर घरो में देखने को मिलता है| तुलसी को मनुष्य जाति के लिए सबसे ज्यादा उपयोगी औषधि के रूप में जाना जाता है, तुलसी के पौधे के सभी हिस्से उपयोगी साबित होते है| चलिए अब हम आपको तुलसी के पौधे के साथ साथ तुलसी के प्रकार के बारे में जानकारी उपलब्ध करा रहे है|

तुलसी का पौधा कैसा होता है?

अधिकतर इंसानो ने तुलसी का पौधा देखा होता है लेकिन अगर आपको इसके बारे में जानकारी नहीं है तो हम आपको बता दें की तुलसी का पौधा 30 से 50 सेमी तक ऊँचा होता है और तुलसी के पौधे पर छोटे-छोटे सफेद और बैगनी रंग के फूल आते है| तुलसी की कई सारी प्रजातियां देखने को मिल सकती है लेकिन मुख्य रूप से तुलसी दो प्रकार की ही प्रसिद्ध है, चलिए अब हम आपको तुलसी के प्रकार के बारे में बताते है |

तुलसी के प्रकार या तुलसी कितने प्रकार की होती है

दुनिया में आपको तुलसी की कई सारी प्रजातियां मौजूद है लेकिन मुख्य रूप से तुलसी के दो प्रकार के बारे में ज्यादा जानकारी होती है, तुलसी के प्रक्कर निम्न प्रकार है|

सफ़ेद तुलसी या राम जी की तुलसी

इस प्रकार की तुलसी के पत्तो का रंग हरा होता है, इस प्रकार की तुलसी को राम जी की तुलसी कहा जाता है| अधिकतर घरो में
आपको राम जी की तुलसी ही देखने को मिलती है, यह भी हमारे शरीर के लिए लाभकारी होने के साथ साथ कई प्रकार की परेशानियों को दूर करने में सहायक होती है|

श्वेत तुलसी या कृष्ण तुलसी

श्याम तुलसी देखने में राम जी की तुलसी की तरह ही होती है लेकिन इसके पत्ते और तने का रंग काला और हरा होता है| काफी सारे इंसान अपने घरो में दोनों प्रकार की तुलसी लगते है दोनों ही प्रकार की तुलसी बहुत ज्यादा उपयोगी होती है|

अन्य भाषाओं में तुलसी के नाम (Tulsi ke Fayde Or Nuksan)

तुलसी को अंग्रेजी में बेसिल के नाम से जाना जाता है, तुलसी का वानस्पतिक नाम ओसीमम्‌ सेंक्टम्‌ होता है, तुलसी को अलग अलग भाषा में अलग नामो से पुकारा जाता है, चलिए अब हम आपको अलग अलग भाषा में तुलसी के नामो के बारे में जानकारी देते है।

  • Tulsi Name In Tamil – तुलशी (Tulashi)
  • Basil Leaves In Telugu – गगोर चेट्टु (Gagger Chettu)
  • Basil Leaves In Sanskrit – सुरसा,देवदुन्दुभि, सुलभा, भूतप्ली
  • Basil Leaves In Hindi- तुलसी, वृन्दा
  • Basil Leaves In Odia- तुलसी (Tulasi)
  • Basil Leaves In Kannad- एरेड तुलसी (Ared Tulsi)
  • Basil Leaves In Gujrati – तुलसी (Tulasi)
  • Basil Leaves In Bengali- तुलसी (Tulasi)
  • Basil Leaves In Nepali- तुलसी (Tulasi)
  • Basil Leaves In Marathi – तुलस (Tulasi)
  • Basil Leaves In Malyalam- कृष्णतुलसी (Krishantulasi)
  • Basil Leaves In Arabi- दोहश (Dohsh)

तुलसी खाने के फायदे | Tulsi ke Fayde Or Nuksan

औषधीय गुणों से भरपूर तुलसी का सेवन करने से बहुत सारे लाभ होते है| अब हम आपको तुलसी के फायदों (Tulsi ke Fayde Or Nuksan) के बारे में जानकारी उपलब्ध करा रहे है|

दिमाग को स्वस्थ रखने या याददाश्त बढ़ाने में तुलसी के फायदे के लिए फायदेमंद हैं तुलसी (Brain: Benefits Of Basil Leaves)

दिमाग को स्वस्थ रखने या याददाश्त बढ़ाने में तुलसी के फायदे (Tulsi ke Fayde Or Nuksan) देखे जा सकते है|अगर आपकी याददाश्त कमजोर हो रही है और आप याददाश्त बढ़ाने की दवा या याददाश्त बढ़ाने का घरेलू उपाय ढूंढ रहे है तो तुलली आपके लिए बेहतरीन विकल्प साबित हो सकती है| तुलसी में मौजूद औषधीय गुण याददाश्त बढ़ाने में और मस्तिष्क की कार्यक्षमता को बेहतर करने में मददगार साबित होते है| नियमित रूप से तुलसी के चार से पांच पत्तो को पानी के साथ निगलने से बहुत जल्द लाभ मिलता है, अगर आपको निगलने में प्रॉब्लम है तो पत्तो को हल्का सा चबाकर पानी के साथ पी जाएं]

सिर दर्द से आराम दिलाने में तुलसी के फायदे (Headache: Tulsi ke Fayde Or Nuksan)

आज के समय में सर दर्द की परेशानी बहुत ही आम हो गई है, कुछ मामलो में सिर दर्द की समस्या ज्यादा काम करने या अधिक मानसिक तनाव की वजह से भी होता है, ऐसे सिर दर्द में तुलसी के तेल के फायदे देखे जा सकते है, तुलसी में मौजूद औषधीय गुण सिर दर्द से आराम दिलाने में सहायक होते है| पुराने से पुराने सिर दर्द का इलाज करने के लिए तुलसी के तेल की एक या दो बूँद नाक में डालने से जल्द आराम मिलता है| लेकिन हम सलाह देंगे की नाक में तुलसी का तेल डालने से पहले एक बार वेध या डॉक्टर से परामर्श जरूर लें|

सिर के जूँ और लीख से छुटकारा पाने में तुलसी के फायदे (Head Lice: Tulsi ke Fayde Or Nuksan)

सिर में जूं और लीख की परेशानी होना आम बात है, बड़ो के मुकाबले बच्चो में यह परेशानी ज्यादा देखने को मिलती है| अगर आप सिर की जूं के घरेलू उपाय या लीख को समाप्त करने का घरेलू नुस्खा सर्च कर रहे है तो तुलती का तेल आपके लिए बेहतरीन विकल्प साबित हो सकता है| ऐसा देखा गया है की नियमित रूप से तुलसी का तेल सिर में लगाने से बहुत जल्द जूं या लीख की समस्या समाप्त हो जाती है| तुलसी के तेल का निर्माण तुलसी की पत्तियों के द्वारा किया जाता है इसीलिए तुलसी के फायदे (Tulsi ke Fayde Or Nuksan) तुलसी के तेल में भी देखे जा सकते है|

रतौंधी का इलाज करने में तुलसी के रस के फायदे (Night Blindness: Benefits Of Basil Leaves)

जब किसी भी इंसान को दिन में सही दीखता है लेकिन शाम या रात के समय उसकी आँखों की रौशनी कम हो जाती है तो आँखों की इस परेशानी को रतोंधी का रोग कहा जाता है| रतोंधी का इलाज करने में तुलसी के फायदे देखे जा सकते है दरसल तुलसी में मौजूद औषधीय गुण और पोषक तत्व आँखों की रौशनी को बढ़ाने में सहायक होते है| तुलसी के पत्तो से रतोंधी का उपचार करने के लिए सबसे पहले तुलसी के पत्ते (839॥ ।७७५९५ ॥ 79) लेकर उन्हें अच्छी तरह से धो लें, फिर उन्हें धोकर महीन पीसकर छान लें, फिर निकले हुए रस में से एक या आँखों में डालने से जल्द आराम मिलता है| तुलसी का पूर्ण और जल्दी लाभ लेने के लिए वेध या डॉक्टर से परामर्श लेने के बाद उपाय को अपनाएं|

साइनसाइटिस या पीनसरोग का घरेलू इलाज में तुलसी के फायदे (Sinusitis: Benefits Of Basil Leaves)

आज के समय में आपको काफी सारे साइनसाइटिस या पीनसरोग से पीड़ित इंसान मिल जाएंगे| तुलसी में मौजूद औषधीय गुण (Tulsi ke Fayde Or Nuksan) साइनसाइटिस की परेशानी से आराम दिलाने में सहायक होते है, सबसे पहले तुलसी के पत्ते लेकर अच्छी तरह से मसलकर सूंघने से कुछ दिनों में ही साइनसाइटिस की परेशानी में आराम मिलता है|

कान दर्द और सूजन का इलाज करने में तुलसी के फायदे (Tulsi ke Fayde Or Nuksan)

कान में दर्द की परेशानी का सामना किसी भी महिला या पुरुष को करना पड़ सकता है हालाँकि कान में दर्द होने पर सबसे पहले हमे कान में दर्द का कारण का पता लगाना चाहिए तुलसी में मौजूद औषधीय, दर्द निवारक गुण और जरुरी पोषक तत्व कान में दर्द और सूजन को कम करने में सहायक होते है| तुलसी से कान दर्द का इलाज करने के लिए सबसे पहले तुलसी के पत्तो को पीस कर छान लें, फिर इस रस को हल्का सा गर्म करके एक या दो बूँद कान में डालने से बहुत जल्द कान दर्द से छुटकारा मिल जाता है|

अगर आपके कान के पीछे के हिस्से में सूजन की समस्या आ रही है तो इस प्रकार की सूजन को कम करने में भी तुलसी के लाभ देखे जा सकते है| तुलसी से कान की सूजन दूर करने के लिए सबसे पहले तुलसी के पत्ते और एरंड की कॉपलों को लेकर महीन पीस कर पेस्ट बना लें फिर इस पेस्ट में थोड़ा सा नमक अच्छी तरह से मिलाकर हल्का गर्म कर लें| फिर इस गुनगुने लेप को सूजन वाली जगह पर लगाने से जल्द सूजन की समस्या से आराम (Tulsi ke Fayde Or Nuksan) मिलता है|

दांत दर्द से आराम पाने में तुलसी के फायदे (Toothache: Benefits Of Basil Leaves)

अगर आप दांत में दर्द की समस्या से पीड़ित है और आप तुलसी से दांत दर्द का इलाज कर सकते है| तुलसी में मौजूद औषधीय और दर्द निवारक गुण (Tulsi ke Fayde Or Nuksan) दांत दर्द की परेशानी में आराम दिलाने में सहायक होते है| काली मिर्च और तुलसी के पत्तो को एक साथ गोली बनाकर दांत के नीचे रख लें, तुलसी और काली मिर्च का रस जल्द दांत के दर्द से आराम दिलाता है|

गले से जुड़ी समस्याओं को दूर करने में तुलसी के फायदे (Throat Infection: Benefits Of Basil Leaves)

गले में खराश की समस्या या गला बैठने का कारण सर्दी जुकाम या मौसम में बदलाव भी होता है, तुलसी में मौजूद औषधीय गुण और जरुरी पोषक तत्व गले से सम्बंधित परेशानियो को दूर करने में सहायक होते है| सबसे पहले तुलसी के पत्ते लेकर उन्हें धोकर पीस लें. फिर छान कर रस निकाल लें, फिर आधा गिलास गुनगुना पानी लेकर उसमे एक या दो चम्मच तुलसी के पत्तो का रस डाल कर अच्छी तरह से मिला लें फिर उस पानी से कुल्ला कर लें| नियमित रूप से कुल्ला करने से जल्द ही गले से सम्बंधित परेशानियो में आराम मिलता है|

खांसी का इलाज करने में तुलसी के फायदे (Benefits Of Basil Leaves)

यह तो हम सभी जानते है की खांसी कई प्रकार की होती है| खांसी का इलाज करने में तुलसी के पत्ते (Tulsi ke Fayde Or Nuksan) केफायदे देखे जा सकते है, तुलसी में मौजूद औषधीय गुण (Tulsi ke Fayde Or Nuksan) और जरुरी पोषक तत्व खांसी की समस्या से छुटकारादिलाने में सहायक होते है| खांसी की समस्या तुरंत छुटकारा पाने के लिए वेध के परामर्श से तुलसी का उपयोग करें|

तुलसी के फायदे सूखी खांसी और दमा के लिए (Dry Cough And Asthma: Benefits Of Basil Leaves)

अगर आप सुखी खांसी या दमा की परेशानी से पीड़ित है तो तुलसी के पत्ते आपके लिए लाभकारी साबित हो सकते है| तुलसी में मौजूद गुण (Tulsi ke Fayde Or Nuksan) खांसी और अस्थमा की परेशानी में आराम दिलाने में मददगार होते है| सबसे पहले थोड़ी सी तुलसी की मंजरी और प्याज का रस और सोंठ और शहद को लेकर सब चीजों को अच्छी तरह से मिलाकर इस मिश्रण को चाट चाट कर खाने से जल्द सूखी खांसी और दमा की समस्या में आराम मिलता है| इस नुस्खे का पूर्ण लाभ लेने के लिए सभी औषधियो को उचित मात्रा में लेना बहुत जरुरी है, इसीलिए वेध या डॉक्टर से परामर्श लेने के बाद नुस्खे का सेवन करें|

डायरिया और पेट की मरोड़ से आराम दिलाने में तुलसी के फायदे (Diarrhea And Stomach Cramps: Benefits Of Basil Leaves In Hindi)

डायरिया की परेशानी बच्चो में ज्यादा देखने को मिलती है, डायरिया की परेशानी होने का कारण गलत खानपान या प्रदूषित पानी पीना भी होता है| तुलसी में मौजूद औषधीय गुण डायरिया की परेशानी से आराम दिलाने में सहायक होते है| बच्चो में डायरिया की समस्या होने पर सबसे पहले डॉक्टर को दिखाएं| डायरिया का घरेलू इलाज करने के लिए सबसे पहले एक ग्राम जीरा और 40 से 42 तुलसी के पत्ते लेकर दोनों पीसकर कर पेस्ट बना लें, फिर इस पेस्ट में थोड़ा सा शहद डालकर अच्छी तरह से मिलाकर सेवन करने से जल्द डायरिया और पेट की मरोड़ (Tulsi ke Fayde Or Nuksan) में आराम मिलता है|

अपच का घरेलू इलाज करने में तुलसी के फायदे (Indigestion: Benefits Of Basil Leaves In Hindi)

आज के समय में अपच की समस्या और पाचन शक्ति कमजोर या अजीर्ण की परेशानी का सामना अधिकतर इंसान कर रहे है| लेकिन कया आप जानते है की अपच की समस्या से रहत दिलाने में तुलसी के लाभ देखे जा सकते है| तुलसी में मौजूद औषधीय गुण (Tulsi ke Fayde Or Nuksan) और जरुरी पोषक तत्व पाचन तंत्र को बेहतर बनाने के साथ अपच की समस्या से आराम दिलाने में सहायक होते है| सबसे पहले लगभग 2 ग्राम तुलसी मंजरी लेकर उसे अच्छी तरह से पीस लें, फिर उसमे थोड़ा सा काला नमक मिला लें, इस मिश्रण का सेवन दिन में तीन से चार बार करने से जल्द आराम मिलता है|

पेशाब में जलन को कम करने में तुलसी के फायदे (Urine: Benefits Of Basil Leaves)


अगर आप पेशाब में जलन की समस्या से पीड़ित है तो आपकी इस परेशानी को दूर करने के लिए तुलसी के बीज (Tulsi ke Fayde Or Nuksan) फायदेमंद हो सकते है| सबसे पहले तुलसी के बीज, जीरा और मिश्री लेकर तीनो को पीस कर चूर्ण बना लें फिर इस चूर्ण का सेवन दूध के साथ सुबह और शाम करने से बहुत जल्द पेशाब में जलन की समस्या (Tulsi ke Fayde Or Nuksan) से छुटकारा मिल जाता है|

तुलसी के फायदे पीलिया में (Jaundice: Benefits Of Basil Leaves)

पीलिया की परेशानी को कामला भी कहा जाता है, पीलिया का अगर सही समय पर इलाज ना किया जाएं तो गंभीर परेशानी का सामना करना पड़ सकता है| तुलसी में मौजूद औषधीय गुण और पोषक तत्व पीलिया की समस्या से आराम दिलाने में सहायक होते है, सबसे पहले एक या दो ग्राम तुलसी के पत्तो को लेकर अच्छी तरह से धोने के बाद पीस कर पेस्ट बना लें फिर इस पेस्ट एक गिलास छाछ में डालकर अच्छी तरह से मिलाकर पीने से जल्द पीलिया की परेशानी में आराम मिलता है| तुलसी से पीलिया का इलाज (Tulsi ke Fayde Or Nuksan) करने के लिए आप तुलसी के पत्तो का काढ़ा बनाकर भी पी सकते है|

पथरी दूर करने में तुलसी के फायदे (Tulsi ke Fayde Or Nuksan)

तुलसी में मौजूद औषधीय गुण पथरी की समस्या से रहत दिलाने में भी सहायक होते है, हालाँकि पथरी की समस्या होने पर सबसे पहले डॉक्टर से परामर्श लें क्योंकि पथरी किस जगह है और कितनी बड़ी है यह जानकारी होना भी बहुत जरुरी है|इसीलिए पथरी के घरेलू उपाय (Tulsi ke Fayde Or Nuksan) को अपनाने से पहले परामर्श जरूर लें, लगभग एक से दो ग्राम तुलसी के पत्तो को पीसकर पेस्ट बना लें फिर इस पेस्ट में शहद मिलाकर सेवन करने से पथरी की समस्या से आराम मिलता है|

प्रसव या डिलीवरी के बाद होने वाले दर्द से आराम दिलाने में तुलसी के लाभ (Post Delivery Pain: Benefits Of Basil Leaves)

किसी भी महिला के लिए माँ बनना उसकी जिंदगी का सबसे महत्यूर्ण और अनमोल समय होता है, लेकिन डिलीवरी के बाद महिलाओं को तेज दर्द की परेशानी का सामना करना पड़ता है| डिलीवरी के बाद होने वाले दर्द से आराम दिलाने तुलसी के फायदे देखे जा सकते है तुलसी में मौजूद दर्द निवारक गुण प्रसव के बाद होने वाले दर्द से छुटकारा दिलाने में सहायक होते है| पहले तुलसी के पत्तो का रस और पुराना गुड़ तथा खाँड़ लेकर तीनो को मिलाकर प्रसव होने के बाद तुरन्त पिलाने से डिलीवरी के बाद होने वाले दर्द से राहत मिलती है|

तुलसी के फायदे कुष्ठ रोग में (Skin Disorder: Benefits Of Basil Leaves)

तुलसी में मौजूद औषधीय गुण कुष्ठ रोग की समस्या को कम करने में सहायक होते है, सबसे पहले तुलसी के पत्तो को पीस कर रस निकाल लें, हालाँकि आज के समय में तुलसी के फायदे (Tulsi ke Fayde Or Nuksan) और गुणों को देखते हुए कुछ कम्पनी ने तुलसी के पत्तो के रस को भी बनना शुरू कर दिया है आप चाहे तो वो भी ले सकते है| नियमित रूप से सुबह 0-20 मिली तुलसी के पत्तो का रस पीने से जल्द कुष्ठ रोग में आराम प्राप्त होता है|

सफेद दाग दूर करने में तुलसी के फायदे (Leucoderma: Benefits Of Basil Leaves)

हालाँकि सफेद दाग की परेशानी कोई गंभीर बिमारी नहीं होती है लेकिन सफेद दाग चेहरे या इंसान की ख़ूबसूरती को कम जरूर कर देते है| काफी इंसान सफेद दाग को काफी बुरा भी मानते है, सफेद दाग की समस्या से छुटकारा दिलाने में तुलसी के लाभ देखे जा सकते है| सबसे पहले तुलसी के पत्तो का रस, कंसौदी के पत्तो का रस और नींबू का रस तीनो को बराबर मात्रा में लेकर अच्छी तरह से मिलाकर तांबे के बर्तन में डाल दें| मिश्रण को बर्तन में डालकर चौबीस घंटे के लिए धूप में रख दें, फिर इस मिश्रण को प्रभावित क्षेत्र पर लगा लें, तुलसी के इस मिश्रण को चेहरे पर लगाने से त्वचा से सम्बंधित परेशानी दूर हो जाने के साथ साथ चेहरा भी सुन्दर होने लगता है| इस नुस्खे आप समझ सकते है की तुलसी के फायदे चेहरे के लिए (Tulsi ke Fayde Or Nuksan) भी है|

रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में तुलसी के बीज के फायदे (Immunity Power: Benefits Of Basil Leaves)

तुलसी के पौधे का हर हिस्सा किसी ना किसी परेशानी का इलाज करने में लाभकारी होता है, अगर आप शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाना चाहते है तो तुलसी के बीज (Tulsi ke Fayde Or Nuksan) आपके लिए फायदेमंद साबित होंगे| तुलसी के बीजो में मौजूद औषधीय गुण और जरुरी पोषक तत्व शरीर की रोग प्रतिरोषाक क्षमता बढ़ाने में मददगार होते है| दो चम्मच तुलसी बीज चूर्ण (Tulsi ke Fayde Or Nuksan) और चार चम्मच 40 ग्राम मिश्री लेकर दोनों को अच्छी तरह मिलाकर पीस कर किसी डिब्बे में रख लें| नियमित रूप से इस मिश्रण का सेवन करने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ने के साथ साथ शारीरिक कमजोरी दूर हो जाती है|

तुलसी के फायदे मलेरिया में (Malaria: Benefits Of Basil Leaves)

तुलसी में मौजूद औषधीय गुण मलेरिया की परेशानी से आराम दिलाने में सहायक होते है, आमतौर पर देखे तो तुलसी के पौधे (Tulsi ke Fayde Or Nuksan) के पास मलेरिया के मच्छर नहीं जाते है| सबसे पहले तुलसी के पत्तो का काढ़ा बना लें फिर इस काढ़ें को सुबह, दोपहर और शाम को पीने से मलेरिया की परेशानी में जल्द आराम मिलता है| काढ़ें की उचित मात्रा आपकी परेशानी के अनुसार होती है, इसीलिए मलेरिया की परेशानी में वेध या डॉक्टर से परामर्श और उचित मात्रा की जानकारी लेने के बाद काढ़ा पिएँ|

तुलसी के फायदे टाइफाइड में (Typhoid: Benefits Of Basil Leaves)

यह तो हम सभी जानते है की तुलसी औषधीय गुणों से भरपूर होती है लेकिन कया आप जानते है की तुलसी से टाइफाइड का इलाज भी किया जा सकता है| अगर आप टाइफाइड की समस्या से ग्रसित हैं और आप टाइफाइड का घरेलू उपाय ढूंढ रहे है तो तुलसी आपके लिए फायदेमंद हो सकती है| तुलसी में मौजूद औषधीय गुण (Tulsi ke Fayde Or Nuksan) और तत्व टाइफाइड के बुखार को ठीक करने में मददगार होते है| सबसे पहले तुलसी और काली मिर्च का काढ़ा बनाकर सुबह, दोपहर और शाम को पीने से जल्द टाइफाइड के बुखार से आराम मिलता है|

तुलसी से बुखार का इलाज कैसे करें (Fever: Benefits Of Basil Leaves)

बुखार की समस्या किसी भी इंसान को कभी भी हो सकती है, ऐसे में बुखार से छुटकारा दिलाने में तुलसी लाभकारी साबित हो सकती है| तुलसी में मौजूद औषधीय गुण और जरुरी पोषक तत्व बुखार को कम करने में सहायक होते है| तुलसी से बुखार का इलाज करने के लिए सबसे पहले एक गिलास पानी लेकर उसे गर्म होने के लिए रख दें, फिर उस पानी में पांच से सात तुलसी के पत्ते और पांच लौंग को डालकर पानी को उबलने दें| जब पानी उबल कर आधा रह जाएँ तो गैस बंद कर दें, गर्म मिश्रण को छान लें और उसमे थोड़ा सा सेंधा नमक डालकर अच्छी तरह से मिलाकर गर्म गर्म पी लें, फिर कुछ देर के लिए कपड़ा ओढ़कर लेट जाएं, पसीना आने दें जल्द ही बुखार से आराम मिलता है|

दाद और खुजली दूर करने में तुलसी के फायदे (Benefits Of Basil Leaves)

खाज खुजली की परेशानी बहुत ही आम होती है, तुलसी से आप दाद, खाज और खुजली का इलाज भी कर सकते है| तुलसी में मौजूद औषधीय गुण (Tulsi ke Fayde Or Nuksan) और जरुरी पोषक तत्व दाद, खाज खुजली की समस्या से आराम दिलाने में सहायक होता है| नियमित रूप से तुलसी के अर्क का सेवन करने से ब्लड साफ़ होने के साथ साथ त्वचा से संबंधित परेशानियों से भी आराम मिलता है|

मासिक धर्म की अनियमितता में तुलसी के बीज के फायदे (Benefits Of Basil Leaves)

मासिक धर्म प्रत्येक महिला को हर महीने आता है, लेकिन काफी साड़ी महिलाएं ऐसी भी है जिनको मासिक धर्म ठीक समय पर नहीं आता है| मासिक धर्म के अनियमित होने का कारण वात दोष का बढ़ जाना भी होता है, पीरियड्स सही समय पर ना आने की परेशानी का इलाज आप तुलसी के बीजो से कर सकते है| तुलसी के बीजो में मौजूद औषधीय गुण (Tulsi ke Fayde Or Nuksan) और तत्व शरीर के वात दोष को संतुलित करने में सहायक होते है| नियमित रूप से तुलसी के बीजो का सेवन करने से मासिक धर्म सही समय पर आता है और मासिक धर्म के दौरान आने वाली कमजोरी को भी दूर करने में मददगार साबित होते है|

साँसों की दुर्ग को दूर करने में तुलसी के लाभ (Benefits Of Basil Leaves)

काफी सारे पुरुष और महिला ऐसी होती है जिनके मुंह से बदबू आती है, से बदबू आने का कारण पाचन तंत्र का ख़राब होना भी होता है| तुलसी में मौजूद औषधीय गुण साँसों की बदबू को समाप्त करने में सहायक होते है, नियमित रूप से तुलसी के पत्तो को चचाकर खाने से साँसों की बदबू दूर हो जाती है और तुलसी की स्वाभाविक सुगंध आने लगती है|

चोट लगने पर तुलसी का लाभ (Benefits Of Basil Leaves)

तुलसी के फायदे बहुत सारे होते है लेकिन कया आप जानते है की चोट लगने पर भी तुलसी लाभकारी होती है| दरसल तुलसी में मौजूद रोपण और सूजन को कम करने वाले गुण चोट को सही करने के साथ साथ चोट की वजह से आई सूजन (Tulsi ke Fayde Or Nuksan) से भी आराम मिलता है|

तुलसी के फायदे चेहरे के लिए (Benefits Of Basil Leaves)

तुलसी के फायदे चेहरे के लिए भी काफी सारे होते है, अगर आप त्वचा से सम्बंधित परेशानी जैसे कील मुहांसे, रूखी और बेजान त्वचा, दाग धब्बे की परेशानी इत्यादि का सामना कर रहे है तो तुलसी आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकती है| तुलसी में मौजूद औषधीय गुण और जरुरी तत्व ब्लड की सफाई करने के साथ साथ त्वचा से सम्बंधित परेशानी जैसे तैलीय त्वचा से छुटकारा दिलाने में, कील मुहांसे समाप्त करने में, दाग धब्बे हटाने के साथ साथ त्वचा में निखार लाने में सहायक होते है|

तुलसी से करें सांप काटने का इलाज

हालाँकि सांप के काटने पर केवल घरेलू नुस्खों पर ही निर्भर नहीं रहना चाहिए, सबसे पहले डॉक्टर से परामर्श और इलाज कराएं] तुलसी से सांप काटने का इलाज करने के लिए पीड़ित 5 से 40 मिली तुलसी के पत्तो का रस पिलाएं, दूसरी तरफ तुलसी की मंजरी और जड़ को अच्छी तरह से पीस कर लेप बना लें, फिर इस लेप को सांप के काटने वाली जगह पर अच्छी तरह से लगा लें|

तुलसी का काढ़ा कैसे बनाएं? या तुलसी के पत्तो का काढ़ा बनाने का तरीका

तुलसी के काढ़े का नाम तो लगभग सभी ने सुना ही होगा लेकिन काफी सारे इंसान ऐसे भी होते है जिन्हे तुलसी का काढ़ा बनाने के बारे में जानकारी नहीं होती है चलिए आज हम आपको तुलसी का काढ़ा बनाने के बारे में बताते है| सबसे पहले आप दो कप पानी लेकर उसे गर्म होने के लिए रख दें, फिर उस पानी में तुलसी के कुछ पत्ते डाल दें और पानी को तब तक उबालें जब तक पानी एक चौथाई ना रह जाए। फिर गैस को बंद कर दें बस तुलसी का काढ़ा बनकर तैयार है, काढ़े को छानकर हल्का गुनगुना होने पर पी लेंतुलसी का काढ़ा पीने से इम्यूनिटी बढ़ती है, सर्दी-जुकाम की परेशानी से आराम मिलता है और कई अन्य परेशानियो को दूर करने में भी फायदा मिलता है|

सुबह खाली पेट तुलसी के पत्ते खाने के फायदे क्या हैं?

ऊपर आपने तुलसी के फायदों के बारे में जानकारी प्राप्त की है लेकिन कया आप जानते है की सुबह तुलसी के पत्ते खाने के फायदे भी बहुत सारे होते है| आयुर्वेद के अनुसार नियमित रूप से सुबह सुबह तुलसी के चार से पांच पत्तो का सेवन अच्छी तरह से चबाकर करने से मधुमेह, कोलेस्ट्रॉल को कम करने में, अस्थमा और जुकाम इत्यादि परेशानियो में आराम मिलता है| सुबह खाली पेट तुलसी के पत्ते खाने के फायदे के बारे में और अधिक जानने के लिए आप हमारे दूसरे लेख को जरूर पढ़ें|


तुलसी के नुकसान – Side Effects Of Basil Leaves

काफी सारे इंसान सोचते है की तुलसी इतनी गुणकारी होती है तो उसके नुक्सान नहीं होते होंगे| तो हम आपको बता दें की तुलसी के नुकसान भी होते है, किसी भी चीज का सेवन सीमित मात्रा और सही समय पर किया जाएँ तो उसके लाभ देखने को मिलते है लेकिन अधिक मात्रा में सेवन करने से या गलत तरीके से तुलसी का सेवन करने से नुक्सान भी देखने को मिल सकते है| चलिए अब हम आपको तुलसी के नुक्सान के बारे में जानकारी उपलब्ध करा रहे है|

  • तुलसी में एंटीफर्टिलिटी प्रभाव मौजूद होने की वजह से पुरुषो स्पर्म काउंट कम होने की समस्या हो सकती है इसीलिए अधिक मात्रा में तुलसी का सेवन करने से बचना चाहिए|
  • गर्भवती महिला और स्तनपान करवाने वाली महिलाओं को तुलसी का सेवन करने से पहले महिला चिकित्सक से परामर्श जरूर करना चाहिए, अपनी मर्जी से तुलसी का सेवन करने से तुलसी के नुक्सान भी देखने को मिल सकते है|
  • तुलसी में मौजूद गुण ब्लड के थक्के बनने से रोकने में मददगार होते है, इसीलिए अधिक मात्रा में तुलसी का सेवन करने से ब्लड जरुरत से ज्यादा पतला हो सकता है, इसीलिए सिमित मात्रा में ही तुलसी का सेवन करें|
  • मधुमेह की समस्या से पीड़ित इंसान को तुलसी का सेवन करने से पहले डॉक्टर से परामर्श जरूर लेना चाहिए, क्योंकि तुलसी ब्लड में मौजूद शुगर लेवल को कम करने में मददगार होती है|

निष्कर्ष –

हम आशा करते है की आपको हमारे लेख तुलसी के फायदे और नुक्सान में दी गई जानकारी पसंद आई होगी| ऊपर आपने
तुलसी के फायदों के बारे में जानकारी प्राप्त की है लेकिन अगर आप तुलसी के बारे में और अधिक जानकारी प्रपात करना चाहते है तो आप गूगल या बिंग पर तुलसी के फायदे (Tulsi ke Fayde Or Nuksan) लिखकर सर्च कर सकते है|

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